– इमरजेंसी छोड़ अन्य सेवाएं रहेंगी बाधित
– रिम्स के डॉक्टरों को ड्यूटी करने के निर्देश
Ranchi: हाल के दिनों में चिकित्सकों पर हो रहे हमले को लेकर राज्यभर डॉक्टर्स में आक्रोश है. एक माह के अंदर धनबाद, हजारीबाग, लोहरदगा, गढ़वा और रांची में सोमवार को डॉ अंचल कुमार पर एक अपराधी ने घर में घुसकर हमला कर दिया. घटना के बाद आईएमए-झासा व अन्य चिकित्सकों ने आपातकालीन बैठक बुलाई. निर्णय लिया गया है कि 1 मार्च (बुधवार) को राज्यभर के चिकित्सक कार्य बहिष्कार करेंगे. हालांकि इमरजेंसी सेवा और अस्पताल में भर्ती मरीजों की इलाज जारी रहेगी. इधर, रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ राजीव रंजन ने कहा कि चिकित्सा सेवा एक इमरजेंसी सेवा है. सीनियर डॉक्टरों से लेकर पीजी डॉक्टरों तक को सेवा बाधित नहीं करने का निर्देश दिया गया है. उन्हें पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी निभाने के लिए कहा गया है.
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मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट जल्द लागू करे राज्य सरकार
एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर इंडिया (एएचपीआई) झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष योगेश गंभीर ने कहा कि 1 मार्च को आईएमए और झासा के आह्वान पर कार्य बहिष्कार का समर्थन किया जाएगा. इस दिन ओपीडी सेवाओं को ठप रखा जाएगा. किसी भी मरीज को चिकित्सक परामर्श नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, प्रताड़ना और हिंसक घटनाओं से हम सभी आहत हैं. राज्य सरकार अविलंब मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें, ताकि राज्य के चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मी सुरक्षित वातावरण में काम कर सकें.
भारत को मुस्कुराता हुआ कल चाहिए तो डॉक्टरों की समस्या का हल होना चाहिए
आईएमए वीमेंस विंग की राष्ट्रीय सह अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कहा कि जब हर राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू है तो फिर झारखंड में क्यों नहीं ? उन्होंने कहा कि भारत को मुस्कुराता हुआ कल चाहिए तो डॉक्टरों की समस्या का हल होना चाहिए. हमारी सुरक्षा सरकार की जिम्मेवारी है. अफसरों और नेताओं की तानाशाही बंद करने की जरूरत है. घटना में जो भी लोग शामिल होते हैं, वैसे लोगों पर कार्रवाई जरूरी है.
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जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन रिम्स ने दिया समर्थन
वहीं जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (रिम्स) के अध्यक्ष डॉ जयदीप चौधरी ने कहा कि आईएमए और झासा के आह्वान पर जेडीए के सभी सदस्य 1 मार्च को कार्य बहिष्कार करेंगे. हाल के दिनों में राज्य के विभिन्न जिलों में चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. ऐसे में जेडीए पूरी मजबूती के साथ कार्य बहिष्कार को अपना समर्थन करता है.
विगत 15 दिनों में चिकित्सकों के साथ हुई घटनाएं
– रांची के वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अंचल कुमार पर जानलेवा हमला.
– गढ़वा में जनप्रतिनिधियों द्वारा सिविल सर्जन, उपाधीक्षक एवं डीपीएम को गाली-गलौज और मारपीट.
– हजारीबाग उप विकास आयुक्त द्वारा पीडियाट्रिक हेड के साथ बदसलूकी और कॉलर पकड़कर बाहर निकालने की घटना.
– जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी द्वारा सिविल सर्जन को धमकी और कार्य में हस्तक्षेप.
– पेटरवार में डॉ अजय चौधरी के साथ मारपीट की घटना.
– लोहरदगा सिविल सर्जन डॉक्टर संजय कुमार को जान से मारने की धमकी.
– रिम्स के डॉक्टर सौरव की मृत्यु के पश्चात सरकार द्वारा परिवार के साथ सौतेला व्यवहार.