Chaibasa : झारखंड में जल जीवन मिशन के तहत 59 लाख 26 हजार घरों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी. यह 2024 तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अब तक 9 लाख घरों तक ही जलापूर्ति हो पाई है. यह बातें पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने चाईबासा परिसर में पत्रकारों से वार्ता में कहीं. उन्होंने सोमवार को सरायकेला, चाईबासा और चक्रधरपुर डिवीजन के पदाधिकारियों के साथ परिसदन में समीक्ष बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि तीन डिवीजन का काम सुचारू रूप से चल रहा है. पदाधिकारी भी कार्यों को गंभीरता से करें. रूटिंग वर्क समझ कर कार्य न करें. एक जिम्मेदार अधिकारी के तहत कार्य को अंजाम दें. लापरवाही बरतने पर संबंधित पदाधिकारी पर कर्रवाई की जाएगी. निर्धारित समय पर लक्ष्य पूरा होना चाहिए. गुणवत्तापूर्ण कार्य होनी चाहिए. पड़ोसी राज्य ओडिशा में जल जीवन मिशन के तहत लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है. लेकिन अभी झारखंड काफी पीछे है. हर हाल में 2024 तक पूरा करना हमारा लक्ष्य है. भाजपा सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत सही कार्य नहीं किया है. उनके कार्यकाल में खानापूर्ति हुई है. पूरे राज्य में मात्र 3 लाख घरों तक ही जलापूर्ति हुई. झामुमो की सरकार बनते ही कोरोनाकाल से जूझना पड़ा. अन्यथा निर्धारित समय पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से जलापूर्ति का काम पूरा हो जाता. बैठक में सरायकेला, चक्रधरपुर व चाईबासा डिवीजन के पदाधिकारियों के अलावा जिला के विभिन्न विभाग के पदाधिकारी शामिल थे.
दिसंबर तक चाईबासा में शहरी जलापूर्ति के तहत हर घर में पहुंचेगा पानी
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सोमवार को परिसदन में अपने विभाग के अधिकारियों की समीक्ष बैठक में सारी योजनाओं की समीक्षा की. साथ ही अधिकारियों को पुरानी कार्यशैली को बदलने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी के साथ काम करें. दिसंबर माह तक चाईबासा शहर में शहरी जलापूर्ति योजना के तहत हर घर में पानी का पाइप लाइन पहुंचेगा. इससे सभी को शुद्ध पेयजल मिल पाएगा. समीक्षा में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि विभागीय समीक्षा के क्रम में तीनों प्रमंडलों का कार्य संतोषजनक पाया गया, लेकिन कार्य में तीव्रता लाने की आवश्यकता है. आने वाले महीनों में विभाग द्वारा कई वृहद जलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा और बहुत सारी योजनाएं निविदा प्रक्रिया में हैं. कुछ का कार्य आवंटन भी हुआ है. ऐसी योजनाओं का शिलान्यास भी किया जाना है.