- योजनाबद्ध तरीके से किसानों को सहायता प्रदान करने को कहा
- फसल राहत योजना में किसानों के पंजीकरण में तेजी लाने का निर्देश
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वैकल्पिक खेती पर बल, किसनों को मनरेगा से जोड़ कर रोजगार दिलाएंGumla : जिले में सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए मंगलवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में झारखंड राज्य फसल राहत योजना एवं जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में स्थिति की समीक्षा की गई. उपायुक्त ने वैकल्पिक खेती पर बल दिया. बरसात की कमी से हुए किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार की फसल राहत योजना में किसानों के पंजीकरण में तेजी लाने का निर्देश दिया.
अधिक से अधिक किसानों को केसीसी से जोड़ें
बैठक में जिले में सुखाड़ की स्थिति आने से पूर्व किसानों को किस प्रकार से सहायता की जाए, जिससे उनका कम से कम नुकसान हो, इससे संबंधित केंद्रित बिंदुओं पर चर्चा की गई. उन्होंने वैकल्पिक खेती से जुड़ी सर्वे रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया. अधिक से अधिक किसानों को केसीसी से जोड़ने की भी बात कही. कम वर्षा होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए वहां के किसानों को मनरेगा से जोड़ते हुए उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने माइग्रेटेड किसानों की भी सूची तैयार करने को कहा, ताकि श्रम विभाग द्वारा दिए जाने वाली योजनाओं से किसानों को जोड़ा जा सके. उपायुक्त द्वारा अन्य कई विषयों पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. बैठक में उपविकास आयुक्त, एसडीओ सदर, अपर समाहर्ता, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे.इसे भी पढ़ें – बिहार : तेजस्वी बोले- हमारा टैगलाइन है जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया, कहां-कहां बदलेंगे नाम
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