Ranchi: महिला दारोगा रूपा तिर्की के परिजनों को धमकाने को अब धमकाया जाने लगा है. धमकी देने का आरोप साहिबगंज जिला पुलिस के डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पर है. रूपा तिर्की के परिजनों से कहा गया है कि मामले को ज्यादा तूल ना दें, नहीं तो तुमलोग (परिजन) भी फंस जायेंगे.
जानकारी के मुताबिक 10 मई की रात 9.00 बजे रूपा तिर्की के परिजनों को रातू थाना बुलाया गया था. परिजन जब थाना पहुंचे तो साहिबगंज के बरहरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा वहां मौजूद थे. डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा थाना में रूपा के परिवार वालों का बयान लेना चाहते थे. जबकि बेटी को खोने के गम से परिवार भी अब तक उबरा भी नहीं है. परिजनों के मुताबिक, थाना बुलाकर पहले उनसे पूछताछ की गयी. फिर कहा गया कि इस मामले को ज्यादा तूल नहीं दे, नहीं तो आप लोग भी फंस जायेंगे. इस घटना के बाद रूपा के परिवार वाले डर गये हैं.
थाना में धमकाने के बाद गोलबंद हो रहे संगठन
रातू थाना में रूपा के परिवार वालों को धमकाये जाने की खबर आने के बाद सामाजिक संगठन गोलबंद होने लगे हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया में भी कई तरह के पोस्ट किये जा रहे हैं. बता दें कि रातू थाना के डंडई हेहल में रूपा तिर्की का पैतृक आवास है. जहां सोमवार को दिन के करीब 12 बजे बरहरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा रूपा के परिजनों से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने बताया था कि वह व्यक्तिगत काम से रांची आये थे. इस लिये वह व्यक्तिगत तौर पर रूपा के परिवार से मिलने आ गये हैं. उन्होंने रूपा के परिजनों से करीब 32 मिनट तक बातचीत की. रूपा के परिजनों ने बेटी के शरीर पर मौजूद चोट के बारे में भी सवाल किये थे. परिजनों ने उनसे साफ कहा था कि रूपा ने खुदखुशी नहीं की है, उसका मर्डर हुआ है.
थाना प्रभारी ने जानकारी से किया इनकार
10 मई की रात को रूपा के परिजनों को रातू थाना बुलाया गया था. इस बारे में पूछे जाने पर रातू थाना प्रभारी ने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है. थाना प्रभारी ने कहा कि 10 मई को दिन में वह साहिबगंज से आये जांच अधिकारी के साथ रूपा तिर्की के घर पर गये थे. परिवार के लोगों से भी मिला था. थाना प्रभारी ने बताया कि रूपा केस की जांच के सिलसिले में साहिबगंज के बरहरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा रांची आये थे. लेकिन वह थाना पर आये थे, इसकी जानकारी नहीं.