Ranchi : झारखंड छात्र संघ के 15 वें स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को छात्र-युवा मिलन समारोह का आयोजन रांची के अंजुमन प्लाजा में किया गया. इस मौके पर झारखंड छात्र संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष एस अली ने कहा कि सीमित संसाधन और बिना राजनीति वर्दहस्त के झारखंड के सवालों पर संगठन ने लगातार संघर्ष किया. जिसका परिणाम है कि विश्वविधालयों कॉलेज और विधालयों में शैक्षणिक सुधार हुए. जहा प्राइमरी, मिडिल, हाई और +2 विधालयों में शिक्षकों की बहाली हुई, तो जेपीएससी और विधानसभा नियुक्ति घोटाले सहित कई घोटालों को उजागर किया गया.
इसे भी पढ़ें-सिमडेगा में पर्यटन विकास पर जिला प्रशासन का जोर, आजीविका के बढ़ रहे साधन
सरकार छात्र-युवाओं से किये वादों को पूरा करे
राज्य लोकायुक्त और मानवाधिकार की नियुक्ति के साथ मॉबलींचिग पर कानून हाईकोर्ट में पीआईएल दायर कर बनवाया गया. केन्द्रीय महासचिव रंजीत उरांव ने निजी शिक्षा और निजी अस्पताल की मनमानी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार छात्र-युवाओं से किये वादों को पूरा करे. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि झारखंड सरकार झारखंडी भावना के अनुरूप स्थानीय नीति के लिए प्रशांत विधार्थी बनाम झारखंड 2002 मामले में हाईकोर्ट द्वारा दिये निर्देश पर पुनर्विचार याचिका दायर करे. साथ ही विश्वविधालयों में रिक्त कुलपति, प्रतिकुलपति के पदों को भरा जाए.
इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर: मानगो के कमल क्लिनिक में हुई दर्जनों लोगों की निशुल्क बीएमडी जांच
मनमानी पर रोक लगायी जाये
झारखंड लोक सेवा आयोग एवं झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की मनमानी पर रोक लगायी जाये. इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चाएं हुई. मौके पर इस्मे आजम, मो. हैदर, मो. इकबाल, महादेव उरांव, इमरान अंसारी, नौशाद आलम, शहीद अफरोज, रहमतुल्लाह अंसारी, एकराम हुसैन, मो फुरकान, अमीन अंसारी, अबरार अहमद आदि उपस्थित थे.