Dumka: जिला मुख्यालय स्थित आउटडोर स्टेडियम परिसर में संचालित आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या-3 की हालत खराब है. कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है. छात्रावास का ये भवन काफी जर्जर स्थिति में है. छत की सीलिंग टूट कर गिर रही है और चौखट को दीमक खा गया है. यहां ना कोई सुविधा है और ना ही सुरक्षा का कोई इंतजाम. लिहाजा करीब सौ बच्चे खौफ के साए में रहकर अपना भविष्य संवारने में लगे हैं. हालांकि छात्र कई बार जिला प्रशासन से लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन तक को वस्तु स्थिति से अवगत करा चुके हैं. लेकिन आज तक इन्हें आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है.
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आदिवासी छात्रावास संख्या-3 के पास अपना भवन नहीं
दरअसल आदिवासी छात्रावास संख्या-3 के पास अपना भवन नहीं मिला है. पहले एसपी कॉलेज के समीप किराए के रूम में संचालित था. लगभग एक दशक पूर्व आउटडोर स्टेडियम में खिलाड़ियों के रहने के लिए बने भवन में छात्रों को शिफ्ट कर दिया गया. सूत्रों की मानें तो भवन निर्माण विभाग द्वारा आउटडोर स्थित छात्रावास भवन को पूर्व में ही जर्जर घोषित किया जा चुका है. छात्रों का कहना है कि, उन्होंने छात्रावास की बदहाली की सूचना कई बार पदाधिकारियों को दी है. पर किसी ने अभी तक इस संबंध में पहल नहीं की है. उन्हें हर समय यह डर सताता रहता है कि, कभी भी बिल्डिंग गिर सकती है. छत अक्सर टूट टूट कर गिरता रहता है. बहुत बार बच्चे हादसे का शिकार होने से बचते रहे हैं. इस बाबत डीसी राजेश्वरी बी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, वर्तमान समय में छात्रावास का संचालन किसी भी विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है. वैसे उन्होंने कहा कि, कल्याण विभाग का नया भवन बनकर तैयार हो रहा है. जल्द ही आदिवासी छात्रावास को उसमें शिफ्ट किया जाएगा.
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