Dumka : रानीश्वर प्रखंड के 14 वर्षीय आदिवासी नाबालिग मृतका के ग्राम प्रधान सहित 6 लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज़ किया है. रानीश्वर थाने में इनके ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज़ की गई. जिले के पुलिस कप्तान अम्बर लकड़ा ने इसकी पुष्टि की है. दरअसल नाबालिग के हत्याकांड के ख़िलाफ़ 5 सितंबर को दुमका बंद बुलाया गया था. दुमका बंद के दौरान ही ग्राम प्रधान सहित अन्य लोगों ने मृतका के माता-पिता को दुमका ले जाकर श्रीअमड़ा के फूलो झानो चौक पर धरना में बैठा दिया था.
मृतका की मां ने रानीश्वर थाना में दिये अपने बयान में आरोप लगाया है कि 5 सितम्बर को दुमका गांव के ग्राम प्रधान बुधन हेम्ब्रम, ग्रामीण जयगुरु हेम्ब्रम, भाई हेम्ब्रम, बबलू सोरेन, मारकुस मुर्मू और रंगालिया पंचायत के ग्राम प्रधान जबरन उसे घर से उठाकर दुमका ले गये और रोड पर बिठा दिया. जिस कारण उसकी तबीयत और खराब हो गयी.
बाल संरक्षण आयोग ने जतायी थी नाराज़गी
नाबालिग हत्याकांड को लेकर 5 सितंबर को ही राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो जांच के लिए दुमका आये थे. वह मृतका के माता-पिता से मिलने के लिए रानीश्वर स्थित उसके घर भी गये थे. पर उनकी मुलाकात नहीं हो पायी. बाद में उन्होंने दुमका के सर्किट हाउस में इसे लेकर एसडीओ महेश्वर महतो को फटकार भी लगायी थी. साथ ही ट्वीट कर अपने गुस्से का इज़हार करते हुए बताया था कि पूर्व सूचना के बावजूद जिला प्रशासन ने मृतका के परिजनों से उन्हें नहीं मिलवाया. उन्होंने लिखा था कि सरकार का ये रवैया बेहद असहयोगात्मक और जांच में रूकावट डालने वाला है.
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