Dumka : जिले में शिक्षा और साहित्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो दिवसीय साहित्य महोत्सव का आयोजन 16 और 17 अप्रैल को किया जाएगा. महोत्सव में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के नामचीन साहित्यकार शामिल होंगे. महोत्सव में अधिक से अधिक लोग शामिल हों इसके लिए जिला प्रशासन विभिन्न तरीकों से लोगों को जागरूक कर रहा है. महोत्सव का दूसरा मकसद जिले के ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण भी है. महोत्सव की तैयारी दुमका राजकीय पुस्तकालय में चल रही है.
महोत्सव में सबसे ज्याद कौतुहल का विषय पुस्तकालय के गैरेज में खड़े भ्रमणशील पुस्तकालय वाहन है. हालांकि यह वाहन अब पुराना हो चुका है. 50 से 70 के दशक में इस वाहन का इस्तेमाल लोगों के बीच ज्ञान की ज्योति फैलाने में किया जाता था. संथालपरगना के सुदुरवर्ती क्षेत्रों तक यह वाहन को भ्रमण कराया जाता था. इस पर पुस्तक लदे होते थे. पुस्तक प्रेमी वाहन तक पहुंचकर पुस्तक हासिल करते थे.
इस वाहन के पीछे एक ट्रॉली लगी रहती थी, जिसमें चार साइकिलें लादी जाती थी. जिन-जिन गांवों में वाहन नहीं पहुंचता था उन गांवों तक साइकिलों से ही पुस्तकें भेजी जाती थी. 1974 तक संथालपरगना प्रमंडल में यह वाहन पुस्तक प्रेमियों की पसंद बना रहा. इस वाहन की चेचिस अमेरिकी कंपनी फारगो ट्रक की है. इसकी डिजाइन जमशेदपुर में की गई है. इसे चलाने में हर तीन किलोमीटर पर एक लीटर डीजल की खपत होती है.
महोत्सव के लिए इस वाहन को भी ठीक किया जा रहा है. महोत्सव में गुमनाम हो चुके इस वाहन की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. दुमका के डीसी रविशंकर शुक्ला की कोशिश से उस वाहन का लोग पुन: दीदार कर सकेंगे.
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