Dumka : दुमका पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठे हैं. सवाल झामुमो के बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने दागे हैं. मामला यह है कि एक आदिवासी लड़की एलिजाबेथ सोरेन दुमका के राखाबानी मोहल्ले में मोहन प्रसाद सिंह के मकान में विगत पांच महीने से किराए पर रह रही थी. वह एन कॉलेज की छात्रा है तथा जीविकोपार्जन के लिए पार्ट टाइम होटल रॉयल में जॉब भी करती है. एलिजाबेथ सोरेन गोपीकंदर की रहने वाली है.
दुमका पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
एलिजाबेथ का आरोप है कि मकान मालिक मोहन प्रसाद सिंह ने उनसे 50 हजार रुपये अग्रिम मांगे. इतनी रकम वह एक साथ देने में असमर्थ थी. इसी मामले पर मकान मालिक और उसकी पत्नी ने इस कदर मारा-पीटा कि वह बेहोश हो गई. बेहोशी की हालत में मकान मालिक ने उसे घर में बंद कर दिया. मामला 24 नवंबर की है.
मकान मालिक पर मारपीट कर बेहोश करने का आरोप
होश आने पर वो किसी तरह बंद कमरे से निकलकर हॉस्पिटल पहुंची. उसके चेहरे पर कई जगह कटे के निशान थे. डॉक्टरों ने उसके सीने का एक्स-रे भी किया. डॉक्टर की रिपोर्ट उन्होंने नगर थाने में पेश की. थाने की मुंशी ने मकान मालिक के साथ जबरदस्ती समझौते करवाए. वह थाने मकान मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंची थी. थाने में एफआईआर दर्ज करने के बजाय समझोते करवाए गए.
पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बजाए करवाए समझौते
उन्होंने दुमका के एसटीएससी थाने में भी शिकायत की. पीड़िता का आरोप है कि यहां के थाना प्रभारी भी एफआईआर दर्ज करने के बजाय मकान मालिक से समझौते करवाए. एलिजाबेथ मामले को लेकर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के पास भी जा चुकी है. उपायुक्त ने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था. पीड़िता ने एक महीने गुजर जाने के बाद भी दोनों थाने में एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने पर लोबिन हेंब्रम से शिकायत की.
पीड़िता उपायुक्त से कर चुकी है शिकायत
लोबिन हेंब्रम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए फोन पर नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार और एसडीपीओ नूर मुस्तफा से बातचीत की. विधायक के हस्तक्षेप के बाद नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार पीड़िता के घर पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया.
पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लोबिन हेंब्रम दुमका नगर थाना में धरना पर बैठे हैं. उनका आरोप है कि एक माह गुजर जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज क्यों नहीं किया गया? पीड़िता को न्याय मिलने तक वे धरना पर बैठे रहने की चेतावनी दी है. फिलहाल खबर लिखे जाने तक दुमका एसपी अंबर लकड़ा थाना पहुंच कर पीड़िता को समझाने की कोशिश कर रहे थे.
लोबिन हेंब्रम अनुसूचित जाति जनजाति व अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति झारखंड विधान सभा के सभापति भी हैं.
यह भी पढ़ें : दुमका में बनेगा मिनी सचिवालय, सीएम ने मांगा प्रस्ताव