Dumka : नया साल के अवसर पर दुमका शहर के बीचों-बीच स्थित नेहरू पार्क नहीं खोले जाने से स्थानीय लोगों में मायूसी है. लोगों को उम्मीद थी कि 1 जनवरी को इस पार्क को खोला जाएगा, लेकिन उम्मीदों पर पानी फिर गया. विगत 3 वर्षों से यह पार्क बन्द है. हर साल नए साल पर लोग इस पार्क में पिकनिक मनाने जाते थे.
नापित पाड़ा मोहल्ले के सीतेश जसवाल ने बताया कि बचपन में इस पार्क में आकर मस्ती करते थे. पार्क में मनोरंजन के बहुत सारे साधन थे. विगत तीन साल से इस पार्क को लगातार बंद रखा जाना दुखद है.
पार्क के बंद रहने पर स्थानीय व्यवसायी रोहित नारनोली ने बताया कि जिनके पास वाहन है वे मसानजोर व बास्कीचक जैसे पिकनिक स्पॉट पर चले जाते हैं. जिनके पास अपना अपना वाहन नहीं है वैसे लोग इस पार्क में सपरिवार नया साल का जश्न मनाते थे. पार्क के बंद रहने से लोगों में मायूसी है.
एक अन्य व्यवसायी गौरव केसरी ने बताया कि दुमका से मसानजोर की दूरी लगभग 30 किलोमीटर और बास्कीचक करीब 15 किलोमीटर है. एक अन्य पिकनिक स्पॉट कुरवा पहाड़ जिला मुख्यालाय से 5 किलोमीटर की दूरी पर है. शहर में बच्चों के खेलने-कूदने की एकमात्र जगह नेहरू पार्क है. ऐसे में इसका बंद रहना दुखद है.
पार्क के बंद रहने के बारे में पूछे जाने पर नगरपालिका के कार्यपालक पदाधिकारी गंगाराम ठाकुर ने बताया कि लंबे समय से बंद रहने के कारण पार्क में जंगल उग आया है. इसकी साफ-सफाई की बात चल रही है. जल्द ही इसे स्थानीय लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
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