Dumka : जिले में दो नाबालिग लड़कियों की हत्या मामले में पुलिस अभी तक आरोपियों के मूल घर का पता कंफर्म नहीं कर पाई है. इसे लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सवाल उठाए हैं. पुलिस दोनों हत्याकांड के आरोपियों के असली घर का पता कंफर्म नहीं कर पाई है. पुलिस जांच धीमी चल रही है. आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने पत्रकारों के समक्ष स्थानीय पुलिस को दोनों हत्याकांड की जांच मामले में अक्षम करार दिया. कहा कि दोनों हत्याकांड में आरोपियों का पता शिकारीपाड़ा बताया गया. यह पता सही है या गलत इसे पुलिस अबतक कंफर्म नहीं की.
पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाई गई नाबालिग लड़की हत्याकांड के आरोपी शाहरुख को शिकारीपाड़ा के बरमसिया निवासी बताया गया. शाहरुख दुमका में अपने मामा के घर रहता था. घटना के बाद से उसके मामा के दोनों घरों में ताले लटक रहे हैं. परिवार के सभी सदस्य फरार हैं. शिकारीपाड़ा के बरमसिया का पता सही है या गलत इसे पुलिस अभी तक कंफर्म नहीं की.
वहीं आदिवासी नाबालिग लड़की हत्याकांड के आरोपी अरमान अंसारी का घर शिकारीपाड़ा के पिनरगड़िया बताया जाता है. इसके घर के पते को भी कंफर्म नहीं किया गया. दुमका एसपी अंबर लकड़ा के अनुसार अब तक पुलिस को जो जानकारी उपलब्ध है, उसमें अरमान की मां का मायका और ससुराल दोनों शिकारीपाड़ा क्षेत्र में ही है. पुलिस अरमान की पूरी कुंडली खंगालने में जुटी है.
उल्लेखनीय है कि 11 दिनों के अंदर दोनों नाबालिगों की हत्या हुई थी. पहली घटना में घर में सो रही नाबालिग पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई. आग में बुरी तरह झुलसी नाबालिग की मौत रांची रिम्स में इलाज के दौरान हो गई. इस हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपियों शाररुख और नईम को गिरफ्तार किया. वहीं दूसरी घटना में आदिवासी लड़की का यौन शोषण कर हत्या की गई तथा शव पेड़ से लटका दिया गया. आरोपी अरमान अंसारी को गिरफ्तार किया गया.
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