Ranchi : मनरेगा घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि जेल में बंद आईएएस पूजा सिंघल अपने रसोइए के फोन से नकदी वसूली के बारे में निर्देश देती थी. वह अपने रसोइए अमित कुमार के मोबाइल नंबर 8797099351 का इस्तेमाल अपने भरोसेमंद व्यक्ति को निर्देश देने के लिए करती थी. वह फेसटाइम कॉल (वीडियो कॉल) करने के लिए रसोइये के मोबाइल का इस्तेमाल करती हुई पाई गई, ताकि उसके कॉल ट्रेस न किया जाए सके और उसे डिकोड न किया जा सके. ईडी ने विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल, पति अभिषेक झा और अन्य के खिलाफ अपनी चार्जशीट में यह बात कही है.
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फेसटाइम कॉल के माध्यम से नकद वसूली के बारे में निर्देश देती थी
सुमन कुमार सिंह ने पूछताछ के दौरान ईडी को बताया है कि पूजा सिंघल उन्हें फेसटाइम कॉल के माध्यम से नकद वसूली के बारे में निर्देश देती थी, जिसके लिए उन्होंने अमित कुमार के मोबाइल 8797099351 का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि उनके आवास से जब्त की गई अधिकांश नकदी पूजा सिंघल की है. वह उसे निवेश करता था और नकद में उसके लिए कमीशन लेता था. सुमन सिंह ने कहा है कि उसने पूजा सिंघल के भाई सिद्धार्थ सिंघल को 10 लाख नकद दिये थे. सुमन कुमार ने अपने बयान में कहा है कि अभिषेक झा के निर्देश पर उसने कैश काउंटर पर करीब चार से पांच बार 10 लाख रुपये की नकद राशि दी.
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