Ranchi : दुबई में छुपे धनबाद के अपराधी प्रिंस खान की परेशानी और बढ़ी है. धनबाद पुलिस के आग्रह पर इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद ईडी ने प्रिंस खान पर केस दर्ज कर दिया है. अब ईडी ने चार्जशीट फाइल करने की तैयारी शुरू कर दी है. ईडी की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि प्रिंस खान के अपराध की कमाई से गैंग मेंबर्स और परिवार के सदस्यों को लाभ हुआ है. गैंग के साथ ऑपरेट करने वालों में कुछ सफेदपोश नाम भी सामने आ रहे हैं. बता दें कि भारत में इंटरपोल की नोडल एजेंसी सीबीआई होती है. धनबाद पुलिस ने उसी के माध्यम से प्रिंस खान मामले रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था. अब ईडी धनबाद पुलिस के अलावा अलग से रेड कॉर्नर नोटिस के लिए सीबीआई को जल्द ही आग्रह कर सकती है.
गुर्गों ने नाम दिया है छोटे सरकार
दरअसल प्रिंस खान इन दिनों धनबाद में आतंक का पर्याय बना हुआ है. व्यवसायियों, कोयला कारोबारियों, चिकित्सकों व अन्य संपन्न लोगों को धमकी देना और गोलियों की बौछार से दहशत फैलाना उसका शौक बन गया है. उसके गुर्गे कभी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर, कभी चिट्ठी लिखकर तो वीडियो वायरल कर गोलीबारी की जिम्मेदारी भी लेते हैं. विभिन्न माध्यमों से जारी उनके गुर्गे संदेश देते फिर रहे हैं कि छोटे सरकार की बात मान जाओ, वरना जान से हाथ धो बैठोगे. वह पुलिस को भी खुली चुनौती दे रहे हैं. आतंक व दहशत फैलाने में उसने एक समय के चर्चित गैंग ऑफ वासेपुर के सरगना फहीम खान को भी पीछे छोड़ दिया है. धनबाद पुलिस बार-बार प्रिंस खान को गिरफ्तार करने का आश्वासन तो देती है, लेकिन उसकी परछाईं तक का पता लगाने में नाकाम है.
पुलिस के दावे के विपरीत प्रिंस खान का बढ़ रहा दबदबा
पुलिस कहती है कि जल्द ही प्रिंस खान को पकड़ लिया जायेगा, उसके ठिकानों की तलाश पूरी हो गयी है. मगर इस दावे के विपरीत प्रिंस खान का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है. कभी व्यवसायियों को धमकी, तो कहीं घर के बाहर फायरिंग. प्रिंस खान वीडियो जारी कर धनबाद के एसएसपी को चुनौती देते भी देखा गया है. उसकी इस हरकत से व्यवसायी वर्ग खौफ में हैं. एक धारणा बन गयी है कि जो अपराधी पुलिस के बड़े अधिकारी को ललकार सकता है, वह आम लोगों के लिए तो काल बन कर ही सामने आयेगा. वह खुलेआम नाम लेकर कहता है कि अगला निशाना कौन होगा. कुछ हद तक निशाने पर वार भी करता है. लगभग एक साल से प्रिंस खान पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. हालांकि पुलिस ने उसके कई गुर्गों को जेल भेजने में कामयाबी हासिल की है, मगर खौफ कायम है.