Ranchi: झारखंड कैडर की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच से कई छोटे ठेकेदारों को गंभीर कानूनी और वित्तीय समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जिन्होंने पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण में अपनी सेवा की पेशकश की थी. ईडी का मानना है कि कुछ ठेकेदारों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पूजा सिंघल और अभिषेक झा को मनी लॉन्ड्रिंग में मदद की थी. सूत्रों ने कहा कि कुछ ठेकेदारों ने नकद में भारी भुगतान स्वीकार किया और उनके द्वारा किये गये निर्माण कार्यों का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में ईडी ने कुछ ठेकेदारों को नये सिरे से समन भेजा है.
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अस्पताल के निर्माण में घोटाले के पैसे का एक बड़ा हिस्सा निवेश किया था
ईडी ने दावा किया कि पूजा सिंघल ने अपने पति के साथ अस्पताल के निर्माण में घोटाले के पैसे का एक बड़ा हिस्सा निवेश किया था. इस साल पांच मई को जब ईडी ने पूजा सिंघल और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के आधिकारिक आवास पर छापा मारा, तो ऐसे कई ठेकेदारों को बुलाया गया और उनसे पूछताछ की गई. ईडी ने पूजा सिंघल के साथ एक ठेकेदार के कार्यालय पर भी छापेमारी की थी, जो पल्स अस्पताल निर्माण परियोजना का हिस्सा था.
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