Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक हजार करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खनन घोटाले में ऊर्जा विभाग के अधीक्षण अभियंता नाथन रजक और सूरज पंडित को समन जारी किया है. नाथन रजक ने कथित रूप से अवैध खनन के आरोपी पंकज मिश्रा से रिम्स में अवैध रूप से मुलाकात की थी. हालांकि, नाथन रजक ने लगातार न्यूज नेटवर्क से बात करते हुए पंकज मिश्रा से मुलाकात होने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा की मैं अवैध रूप से पंकज मिश्रा से कभी नहीं मिला. मेरे जैसा दिखने वाला कोई और व्यक्ति पंकज मिश्रा से मिलने गया होगा. यह गलत पहचान का मामला है. मुझे अब तक कोई समन नहीं मिला है.
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नाथन रजक पहले देवघर जिले में तैनात थे और वर्तमान में साहिबगंज जिले में तैनात हैं. ईडी ने उन्हें 21 फरवरी को बुलाया है. उनसे पूछा है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के विचाराधीन कैदी से अवैध रूप से क्यों मिले. पंकज मिश्रा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि हैं, और ईडी ने पत्थर खनन घोटाले में मुख्य आरोपी के रूप में उन्हें गिरफ्तार कर चार्जशीट किया था.
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सूरज पंडित पंकज मिश्रा का निजी अटेंडेंट है
सूरज पंडित पंकज मिश्रा का निजी अटेंडेंट है, जो हिरासत के दौरान अलग-अलग लोगों से बात करने के लिए अपना मोबाइल फोन पंकज मिश्रा को मुहैया कराता था. उन्हें 22 फरवरी को तलब किया गया है. गौरतलब है कि ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में सबूत पेश किए हैं कि पंकज मिश्रा ने जांच को प्रभावित करने के लिए अनाधिकृत रूप से न्यायिक हिरासत के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया.