LagatarDesk : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने यूनिटेक लिमिटेड के फाउंडर रमेश चंद्रा और उनकी बहू प्रीति चंद्रा को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को देर रात गिरफ्तार किया है. इसके अलावा कार्नोस्टी मैनेजमेंट प्रा. लिमिटेड के राजेश मलिक को भी गिरफ्तार किया है. रमेश चंद्रा और प्रीति चंद्रा पर आरोप लगा है कि उन लोगों ने खरीदारों के पैसे का गबन किया. फिर उस पैसे को रियल स्टेट में लगाया. इस मामले में अब तक 7,638 करोड़ रुपये से अधिक की राशि की धोखाधड़ी का पता चला है. जिसमें से एजेंसी ने अब तक 672.52 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है
ईडी ने 30 सितंबर को जब्त किये थे 29 लैंड पार्सल
बता दें कि ईडी ने इससे पहले 30 सितंबर को यूनिटेक ग्रुप के खिलाफ जारी जांच के सिलसिले में करीब 30.29 करोड़ मूल्य के 29 लैंड पार्सल जब्त किये थे. ये लैंड पार्सल उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर 96-98 में स्थित हैं. ईडी ने कहा था कि ये जमीनें यूनिटेक ग्रुप की तरफ से कार्नौस्टी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को अवैध रूप से दिया गया था.
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रमेश चंद्रा के दोनों बेटे पहले से ही जेल में बंद
बता दें संजय चंद्रा और उसका भाई अजय चंद्रा पहले से ही मुंबई जेल में बंद है. पहले दोनों दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद थे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें मुंबई जेल में शिफ्ट किया गया.
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केनरा बैंक को लगाया 198 करोड़ रुपये का चूना
आपके बता दें कि रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक लिमिटेड के फाउंडर रमेश चंद्रा और उनके बेटे संजय चंद्रा और अजय चंद्रा के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज है. आरोपों के मुताबिक, इन तीनों ने केनरा बैंक से 198 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया है. इन पर कथित रूप से घर खरीदने वालों के पैसों का गबन करने का भी आरोप है.
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