Ranchi: झारखंड राज्य को-ऑपरेटिव बैंक की सरायकेला शाखा से लोन लेने में हेराफेरी कर 36 करोड़ 16 लाख साढ़े चार हजार रुपये का घोटाला करने जांच अब ईडी करेगी. जानकारी के अनुसार ईडी ने कॉपरेटिव बैंक में घोटाले के मामले में मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि ईडी ने इस मामले में सीआईडी से एफआईआर, दो मामलों में हुई चार्जशीट समेत अन्य जानकारी ली है. झारखंड सहकारिता बैंक में हुए लोन घोटाले से जुड़े दो कांड केस संख्या 118,119/19 की जांच सीआईडी के द्वारा की जा रही है. दोनों ही मामलों में सीआईडी ने चार्जशीट दायर की है.
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चार आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
इस मामले में सीआईडी के द्वारा सरायकेला के व्यवसायी संजय कुमार डालमिया, बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सत्पथी समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी और चार्जशीट दायर की जा चुकी है. हाल ही में सीआईडी ने इस मामले में एजीएम स्तर के अधिकारी संदीप सेन की भूमिका भी पायी है. ईडी बैंक अधिकारियों और व्यवसायी की मिलीभगत से मनी लाउंड्रिंग के पहलूओं पर जांच करेगी. ईडी जांचेगी की लोन राशि मिलने के बाद फंड का क्या इस्तेमाल हुआ. बैंक से गड़बड़ी कर निकासी के बाद पैसे कहां खर्च हुए उन पहलूओं पर भी जांच की जाएगी.
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सीआईडी को सौंपा गया था मामले की जांच
इस पूरे मामले में अब तक तीन केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 21 अगस्त 2019 को सरायकेला थाने में दो केस 36 करोड़ लोन देने में हेराफरी और गबन से जुड़े दर्ज किये गये हैं. इसमें तत्कालीन बैंक मैनेजर सुनील कुमार सत्पथी, लोन लेने वाले व्यवसायी संजय कुमार डालमिया समेत अन्य कई लोगों को आरोपी बनाया गया है. आठ मार्च 2020 को भी सरायकेला थाने में तत्कालीन बैंक मैनजर सुनील कुमार सत्पथी पर बिना पैसा जमा किये 43 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट इश्यू करने का केस दर्ज हुआ है, जो उन्होंने व्यवसायी संजय डालमिया को जारी किया था. केस दर्ज होने के बाद इसका अनुसंधान सरायकेला थाना पुलिस द्वारा की जा रही थी, लेकिन अप्रैल महीने में इस मामले को सीआईडी को सौंप दिया गया था.