डीएवी बरकाकाना में ईईडीपी की दो दिवसीय कार्यशाला
बच्चों को खेल के माध्यम से शिक्षित करने पर विशेष जोर
Ramgarh: डीएवी बरकाकाना में झारखंड जोन ‘डी’ एवं ‘एफ’ के 16 विद्यालयों की 70 शिक्षिकाओं की कार्यशाला आयोजित की गई. विद्यालय की प्राचार्या सह क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उर्मिला सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया. इससे पूर्व डीएवी आरा के प्रधानाध्यापक आलोक कुमार ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर डॉ. उर्मिला सिंह को सम्मानित किया. डीएवी पतरातू के प्रधानाध्यापक मनीष कुमार सिन्हा भी उपस्थित रहे. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. उर्मिला सिंह ने कहा कि जब नींव मजबूत होगी, तभी उसपर भव्य भवन का निर्माण हो सकता है. ठीक उसी प्रकार ईईडीपी किसी भी विद्यालय के लिए नींव का पत्थर है. उसकी मजबूती के लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए, तभी हम अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं.
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16 विद्यालयों की 70 शिक्षिकाओं ने कार्यशाला में लिया भाग
शास्त्रो में मां को प्रथम गुरु कहा गया है. इसका तात्पर्य यह है कि सबसे पहले मां ही बच्चे को समाज का ज्ञान करवाती है. यही कारण है कि ईईडीपी में शिक्षिकाओं को ही प्राथमिकता दी जाती है. उनका ममत्व बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होता है. विद्यालय की यह परिकल्पना है कि घर में जन्म देने वाली माता एवं विद्यालय में शिक्षा देने वाली माता के संयुक्त प्रयास से हम नौनिहाल को सिंचित, पल्लवित, पुष्पित और फलित करने का कार्य करते हैं. इस कार्यशाला में बच्चों को खेल के माध्यम से शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया गया. विषय संसाधिका मीता गांगुली एवं प्राची झा ने वृत में संगीत के साथ खेलकूद कर स्टेप काउंटिंग की कला सीखाई.
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