LagatarDesk : आरबीआई ने 8 जून को रेपो रेट में 50 बेसिस पाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया. जिसका असर अब दिखना शुरू हो गया है. लोगों पर महंगे लोन की मार पड़नी शुरू हो गयी है. आरबीआई के फैसले के बाद एक-एक करके बैंक ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने रेपो बेस्डB लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी की है. वहीं आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank ) ने भी एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (External Benchmark Lending Rate) में इजाफा किया है. एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट वो ब्याज दर है, जिससे कम दर पर बैंक कर्ज देने की अनुमति नहीं देते हैं.
पीएनबी और बीओआई से कर्ज लेना हुआ महंगा
बता दें कि पीएनबी और बीओआई ने लेंडिंग रेट्स में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. जिसकी बाद पीएनबी ने कर्ज की ब्यादज दर बढ़कर 7.4 फीसदी हो गयी है. जो पहले 6.9 फीसदी थी. वहीं बीओआई के ग्राहकों को लोन 7.75 फीसदी की दर से मिलेगा. दोनों बैंकों की बढ़ी हुई दरें 9 जून 2022 यानी आज से लागू हो गयी हैं.
ICICI Bank ने 0.50 फीसदी बढ़ाया ब्याज दर
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने ब्याज दर 0.50 फीसदी बढ़ा दिया है. अब ग्राहकों को 8.60 फीसदी की दर से लोन मिलेगा. वेबसाइट के अनुसार, नयी दरें 8 जून से ही प्रभावी हो गयी है. प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंकों ने एमसीएलआर को भी बढ़ा दिया है. यह बढ़ी हुई दरें 1 जून से प्रभावी हो गयी हैं.
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रेपो रेट बढ़ने से पहले तीन बैंकों ने बढ़ायी थी ब्याज दर
मालूम हो कि आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने से पहले केनरा बैंक (Canara Bank), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और करुर वैश्य बैंक (Karur vysya Bank) ने अपनी ब्याज दरों (Interest Rate Hike) में इजाफा किया था. केनरा बैंक ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.05 फीसदी का इजाफा किया था. वहीं करुर वैश्य बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स (BPLR) को 0.40 फीसदी बढ़ाया था. जबकि HDFC बैंक ने अपने MCLR में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की थी.
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