Jamshedpur : जमशेदपुर में राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच) 33 पर पारडीह काली मंदिर से पारडीह चौक होते हुए डिमना चौक तक बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिए डीपीआर बनाने की निविदा निकाली गई है. एनएचएआई के रांची रिजनल ऑफिस ने निविदा में फ्लाई ओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के क्षेत्र में निपुण कंपनियों से डीपीआार बनाने के लिए कोटेशन जमा करने को कहा है. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अर्जुन सिंह कपूर ने बताया कि जिस कंपनी का कोटेशन मानदंडों को पूरा करते हुए एल-1 होगा, उसे डीपीआर बनाने का काम दिया जाएगा. डीपीआर फाइनल होते ही एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिए सर्वे शुरू कर दिया जाएगा.
बजट में 10 प्रतिशत हो सकती है वृद्धि
डायरेक्टर अर्जुन सिंह कपूर ने कहा कि दो माह में कंपनी को डीपीआर फाइनल करके जमा करना है. इसके बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि एलिवेडेट कॉरिडोर निर्माण में वास्तविक कितनी लागत आएगी. प्रारंभिक तौर पर 5.5 किलोमीटर के प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए 600 करोड़ रुपए का बजट बताया गया है. इसमें 10 प्रतिशत की वृद्धि भी संभव है. इस वर्ष के अंत तक निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा. गौरतलब है कि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने बीते दिनों केन्द्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से एनएच 33 पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग की थी. गडकरी ने सांसद विद्युत वरण महतो की उक्त मांग पर विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश जारी करने की बात कही थी. उक्त एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से ट्रैफिक जाम की समस्या से जमशेदपुर सहित आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलेगी.
एनएच का 90 प्रतिशत हो चुका है निर्माण
प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री कपूर ने बताया कि राष्ट्रीय उच्च पथ 33 का निमार्ण कार्य तेजी से चल रहा है. बरसात में काम थोड़ा धीमा हुआ है. लेकिन अन्य कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर से सटे क्षेत्रों में 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है. इस क्षेत्र में कहीं-कहीं जमीन चौड़ीकरण का कार्य हो रहा है.उसके पूरा होते ही सड़क निमार्ण का काम शुरु हो जाएगा. जबिक चांडिल एरिया में 90 प्रतिशत तक निमार्ण कार्य पूरा हो चुका है. उन्होंने उम्मीद जतायी की इस वर्ष के अंत तक काम पूरा हो जाएगा.