LagatarDesk : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में लगातार दूसरी बार बढ़ोतरी की है. रेपो रेट 50 बेसिस पाइंट बढ़कर 4.90 फीसदी हो गया है. इसके अलावा आरबीआई ने मार्जिनल स्टेंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) को 0.50 फीसदी बढ़ाकर 5.15 फीसदी कर दिया है. साथ ही स्टेंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी को 50 बेसिस पाइंट बढ़ाकर 4.65 फीसदी कर दिया. शक्तिकांत दास ने कहा कि यूक्रेन क्राइसिस के कारण महंगाई बढ़ गयी है. इससे इकोनॉमी को गंभीर नुकसान पहुंचे हैं. बेकाबू होती महंगाई को कंट्रोल करने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाने का फैसला किया है.
The MPC voted unanimously to increase the policy repo rate by 50 bps to 4.90%: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/KS8RswFIEy
— ANI (@ANI) June 8, 2022
आम लोगों का बिगड़ जायेगा बजट
रेपो रेट बढ़ने से आम लोगों की जेब पर असर पड़ेगा. आरबीआई के इस फैसले के बाद होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन पर ब्याज की दरें बढ़ जायेंगी. जिसके कारण ईएमआई की रकम बड़ी हो जायेगी. मालूम हो कि यह एक महीने में दूसरी बार है जब लोगों पर ईएमआई का बोझ बढ़ा है.
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6 जून से शुरू हुई थी एमपीसी की बैठक
बता दें कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक का आज अंतिम दिन है. यह बैठक सोमवार यानी 6 जून से शुरू हुई थी जो 8 जून तक चली. इस फाइनेंशियल ईयर में आरबीआई एमपीसी की कीसरी बैठक थी. बेकाबू होती महंगाई और जियोपॉलिटीकल फैक्टर्स के बीच समिति के सदस्य इस बात पर सहमत हुए कि फिलहाल रेपो रेट बढ़ाने के अलावा और कोई उपाय नहीं है.
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वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी पर बरकरार
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को 7.2 फीसदी पर बरकरार रखा है. वहीं चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 16.2 फीसदी, दूसरी तिमाही में 6.2 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.1 फीसदी और चौथी तिमाही में 4 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है.
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4 मई को आरबीआई ने ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी
मालूम हो कि इससे पहले 4 मई को भी आरबीआई ने अचानक ब्याज दरों में बदलाव करने का ऐलान किया था. शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया था. वहीं कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को भी 0.50 फीसदी बढ़ाकर 4.50 फीसदी कर दिया था. शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाने के पीछे का कारण बेकाबू होती महंगाई को बताया था.
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शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को बढ़ाने के दिये थे संकेत
बता दें कि शक्तिकांत दास ने पहले ही रेपो रेट को बढ़ाने के संकेत दिये थे. एक्सपर्ट ने ब्याज दरों में 50 बेसिस पाइंट की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था. आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि केंद्रीय बैंक भारतीय मुद्रा के अवमूल्यन की अनुमति नहीं दे सकता है. आरबीआई को करेंसी बाजार की अस्थिरता को रोकना है. इसलिए अगले माह आरबीआई महंगाई का नया पूर्वानुमान जारी करेगा. शक्तिकांत दास ने आगे यह भी कहा था कि रेपो दर में बढ़ोतरी की जायेगी. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया था कि यह बढ़ोतरी कितनी होगी. शक्तिकांत दास ने कहा था कि आरबीआई के इस कदम से खुदरा कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
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