Manoharpur : मनोहरपुर के ईश्वर पाठक प्लस टू स्कूल की आदेशपाल सानो बरवा बुधवार को स्कूल से सेवानिवृत्त हो गईं. उनके लिए विद्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. विदाई समारोह उनके लिए कई मायने में बेहद खास रहा. इस मौके पर उनके बेटे मेंसन बरवा भी मौजूद रहे. वह वर्तमान में लातेहार में जेल अधीक्षक हैं. मेंसन बरवा ने इसी स्कूल से मैट्रिक पास की थी. उस समय भी इसी स्कूल में उनकी मां आदेशपाल थीं. आज सानो बरवा की सेवानिवृत्ति के मौके पर अपने बेटे की मौजूदगी ने उन्हें भावुक बना दिया. उन्होंने 30 वर्षों से अधिक समय तक इस स्कूल में अपनी सेवा दी है. श्रीमती बरवा 30 सितम्बर 1990 में उक्त विद्यालय में आदेशपाल के पद पर बहाल हुई थीं. उनके कार्यकाल के दौरान इसी विद्यालय से अपनी मैट्रिक तक की पढ़ाई करने के बाद मेंसन बरवा ने आगे की पढ़ाई कर झारखंड पुलिस में सेवा दी. इस दौरान सानो बरवा ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि शुरू में जब मैं यहां आई थी तो सभी जेंट्स टीचर थे. थोड़ी असुविधा तो हुई लेकिन सबका सहयोग मिला. उन्होंने इस मौके पर सभी शिक्षकों, कर्मचारियों को धन्यवाद दिया.
स्कूल के सामने थाने में पदाधिकारी आते तो सोचता कि ऐसा बन सकूंगा: जेल अधीक्षक
इस मौके पर जेल अधीक्षक मेंसन बरवा ने कहा कि मेरा पूरा बचपन इसी स्कूल के ग्राउंड में खेलते हुए बीता. सामने थाना में जब भी कोई वरीय पदाधिकारी आते तो मैं सोचता था कि क्या कभी इनके जैसा बन सकूंगा. जब मैं ढाई साल का था तो मेरे पिता का निधन हो गया. तभी से मेरी मां ही मेरे लिए पिता भी रहीं. वे हमेशा कहती रहीं कि शिक्षकों के दिखाए रास्ते पर चलो. यह मुझे अभी पता चला कि जिस दिन मेरा जन्मदिन था, उसी दिन मां ने इस स्कूल में योगदान दिया था. उन्होंने कहा कि आपलोगों ने उनके सम्मान में जो कार्यक्रम आयोजित किया है उससे मैं भावुक हूं. बुधवार को आयोजित विदाई समारोह के दौरान श्रीमती बरवा को प्रसस्ति पत्र, शॉल, उपहार इत्यादि देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका संध्या सुरेन ने श्रीमती बरवा के कार्यांे की प्रसंशा करते हुए उनके स्वस्थ जीवन की कामना की. मौके पर मुख्य रूप से शिक्षकों में सीता महतो, अनिल कुमार, सुनीता कंठ, शिल्पी आईन्द, अशोक कुमार सिन्हा, हराधन महतो सहित सभी विद्यालय के कर्मी उपस्थित थे.