NewDelhi : जब युधिष्ठिर को राजा बनने के लिए कहा गया तो उन्होंने राजसुख त्याग कर कहीं जाने की बात कही. राजसुख का त्याग बौद्ध धर्म से प्रेरित रहा है. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि राजकाज के त्याग की युधिष्ठिर की भावना के पीछे सम्राट अशोक की छवि थी. मशहूर इतिहासकार रोमिला थापर के इस बयान का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर एक बार फिर वायरल हो रहा है और इस पर बहस छिड़ गयी है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोग प्रोफेसर थापर की योग्यता को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
Upcoming Event at IIC
C.D. Deshmukh Memorial Lecture on 14th January, 6.30 PM
The lecture will be delivered by Prof. Romila Thapar, a pre-eminent historian and Professor Emerita, Jawaharlal Nehru University who will speak on Our History, Their History, Whose History. #Delhi pic.twitter.com/5amQzWobD2
— India International Centre(Official Account) (@IIC_Delhi) January 12, 2023
Romila Thapar once said –
“Pandavas were bastard Children of Durvasa”.
She doesn’t dare make such false claims about other religions knowing very well what would happen to her.
But insult Hindus & become an eminent intellectual in India with multiple awards and felicitations. https://t.co/uGH55bQTOK
— Bharadwaj (@BharadwajSpeaks) January 14, 2023
वीडियो क्लिप 2010 के एक इंटरव्यू का अंश है
जान लें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो क्लिप 2010 के एक इंटरव्यू का अंश है. रोमिला थापर-इंडियाज् पास्ट एंड प्रेसेंटः हाऊ हिस्ट्री इन्फॉर्म्स कंटम्परेरी नेरेटिव टाइटल वाले इस वीडियो में नजर आ रहा है कि रोमिला थापर से सम्राट अशोक को लेकर सवाल पूछा गया था. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पुराणों सहित अन्य साहित्यों में अशोक का मजाक बनाया गया है.
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युधिष्ठिर की भावना के पीछे अशोक की छवि थी
आगे कहा कि सिर्फ बौद्धिक साहित्य में उनके बारे में लिखा-पढ़ा गया. इस दौरान उन्होंने महाभारत की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘जब युधिष्ठिर को राजा बनने के लिए कहा गया तो उन्होंने राजसुख त्याग कर कहीं जाने की बात कही. राजसुख का त्याग बौद्ध धर्म से प्रेरित रहा है. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि राजकाज के त्याग की युधिष्ठिर की भावना के पीछे अशोक की छवि थी.
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पुराना वीडियो इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को लेकर चर्चा में आया
बता दें कि रोमिला थापर का पुराना वीडियो इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को लेकर चर्चा में आया. कल शनिवार को दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में थापर को हमारा इतिहास, उनका इतिहास, किसका इतिहास? विषय पर विचार रखने के लिए आमंत्रित किया गया था. लेकिन लोग इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाते हुए रोमिला थापर का पुराना वीडियो शेयर करने लगे.
एक यूजर ने ट्विट किया, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर आपने 2021 में संदीप बालकृष्ण के हिंदुओं के मोपला नरसंहार कार्यक्रम को रद्द कर दिया. आपने कहा IIC किसी भी विवादास्पद मुद्दे को छूना नहीं चाहता. फिर आप बदनाम रोमिला थापर को क्यों आमंत्रित कर रहे हैं जो इतिहास को लगातार झुठलाने के लिए जानी जाती रही हैं?
यूजर ने लिखा, थापर के झूठ का पहले ही कई बार पर्दाफाश हो चुका है
एक अन्य यूजर ने लिखा, थापर के झूठ का पहले ही कई बार पर्दाफाश हो चुका है. क्या आप चाहते हैं कि हम उस गाथा को फिर से शुरू करें? एक इतिहासकार के भेष में इस महिला, जिसने बीते वर्षों की राजनीति को अपनाने के लिए हमारे इतिहास को सफेद कर दिया, उसके साथ ठीक वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा वह वास्तव में है. कुछ लोग इंडिया इंटरनेशनल के खिलाफ भी बोले. एक यूजर ने लिखा, IIC फर्जी इतिहास और कट्टरता को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. सामान्य संदेह है, लेकिन प्रोफेसर से जरूर पूछें. युधिष्ठर बुद्ध का अनुसरण कैसे कर सकते हैं जो युधिष्ठर से कम से कम दो हजार साल बाद पैदा हुए थे.