Ranchi : देशभर में सरकारी संस्थानों में खाली पदों पर तत्काल भर्ती करो, राष्ट्रीय रोजगार नीति कानून पास करो जैसे मुद्दे को लेकर शनिवार को संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति ने मोरहाबादी मैदान के बापू वाटिका में एक दिवसीय अनशन किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आइसा के अध्यक्ष तरुण राज ने कहा कि केंद्र सरकार ने सत्ता में आने पर हर साल दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन रोजगार देने की बात तो दूर, उल्टे 2 करोड़ से ज्यादा रोजगार छीनने का काम किया जा रहा है.
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राज्य कॉर्डिनेटर प्रखर सिंह ने अनशन में बैठे युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे सहित तमाम सरकारी संस्थानों व कंपनियों को बेचकर रोजगार के अवसरों को खत्म किया जा रहा है. रेलवे हर साल 30 से 40 हजार नौजवानों को रोजगार देता था, मगर आज रेलवे में युवाओं को नाम मात्र का रोजगार मिल रहा है. बीएसएनएल, एमटीएनएल, एलआईसी, कोल इंडिया, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, ओएनजीसी, भेल, सेल सहित देश के दर्जनों सरकारी संस्थानों को नीलाम किया जा रहा है. खाली सरकारी पदों पर बहाली नहीं निकलती है तो पूरे राज्य के बेरोजगार युवक सड़क पर उतर आंदोलन करेंगे. आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में रोजगार को लेकर सरकार को घेरने का काम किया जाएगा.
झारखंड यूथ एसोसिएशन के संस्थापक सफी इमाम ने कहा कि देश के युवा रोजगार के लिए आंदोलन कर रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकार के सत्ता में आने के बाद युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. सरकार चुनाव के वक्त वादा करती है और सत्ता में आने के बाद भूल जाती है. इसबार रोजगार को लेकर झारखंड के सभी जिलों में आंदोलन किया जाएगा. इस मौके पर प्रखर सिंह, राज कश्यप, प्रकाश, तरुण कुमार, राहुल प्रजापति, बीजेंद्र कुमार यादव, संदीप साहु, अभिषेक गुप्ता आदि मौजूद थे.
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