Raipur : छत्तीसगढ़ से एक बड़ी खबर आयी है. मंगलवार को कांकेर जिले में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया. मुठभेड़ में दंडकारण्य डिवीजन में नक्सलियों का सबसे बड़ा और प्रभावशाली कमांडर शंकर राव भी मारा गया है. शंकर राव अपने डिवीजन का मिलिट्री इंटेलिजेंस चीफ था, उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
VIDEO | One BSF and one DRG jawan, injured during the ongoing encounter with Chhattisgarh’s Kanker district, being taken to hospital in a helicopter.
STORY | 29 Naxals killed in encounter with security personnel in Chhattisgarh; 3 jawans hurt
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— Press Trust of India (@PTI_News) April 16, 2024
VIDEO | Kanker Encounter: “Several Naxalites were killed in the anti-Naxal operation today. I believe 15-18 Naxals were neutralised. The toll, however, could be more. I want to give the entire credit for this operation to the security forces. This was only possible because of… pic.twitter.com/cokVnYYZwA
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यह राज्य में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ बतायी जाती है
यह राज्य में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ बतायी जाती है, जिसमें नक्सलियों के कई बड़े कमांडर मारे गये है. इस साल अब तक माओवादियों के गढ़ बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 79 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं. मौके से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किये गये हैं.
गृह मंत्री ने मुठभेड़ को नक्सलियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस मुठभेड़ को नक्सलियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस बड़ी सफलता का पूरा श्रेय बहादुर सुरक्षा कर्मियों को जाता है. घटना के संबंध में बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल ऑपरेशन) सुंदरराज पी ने कहा कि मुठभेड़ मगलवार दोपहर लगभग 2 बजे हुई. मुठभेड़ छोटेबेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिनागुंडा और कोरोनार गांवों के बीच हापाटोला जंगल में हुई. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की संयुक्त टीम एक अभियान पर निकली थी, तभी मुठभेड़ हो गयी.
सीनियर कैडर शंकर, ललिता, राजू सहित अन्य की मौजूदगी का इनपुट मिला था
पुलिस महानिरीक्षक के अनुसार प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के नॉर्थ बस्तर डिवीजन के सीनियर कैडर शंकर, ललिता, राजू सहित अन्य की मौजूदगी के बारे में इनपुट मिला था. इस आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि इलाके में गश्त किये जाने के क्रम में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण गोलीबारी शुरू हो गयी. मुठभेड़ के बाद मौके से 29 माओवादियों के शव, एके-47, एसएलआर, इंसास और .303 राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किये गये..
मुठभेड़ में घायल तीनों सुरक्षाकर्मी खतरे से बाहर
आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि इलाके में तलाशी अभियान लगातार जारी है. मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. उनकी हालत खतरे से बाहर है. उन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है. आईजी ने बताया कि नक्सलियों की अभी तक पहचान नहीं हो पायी है, लेकिन प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि मारे गये नक्सलियों प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के नॉर्थ बस्तर डिवीजन के वरिष्ठ कैडर भी शामिल थे. कहा कि माओवादियों के नॉर्थ बस्तर डिवीजन की डिवीजनल कमेटी के सदस्य शंकर और ललिता के भी मारे जाने की पूरी संभावना है, जान लें कि नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे. कांकेर निर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान है.