Mumbai : महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल चरम पर है. भाजपा और शिवसेना के बीच लगातार खुन्नस बढ़ती जा रही है. खबर है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा शिवसेना और कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बदले अब महाराष्ट्र पुलिस भाजपा नेताओं के खिलाफ ऐक्शन लेगी. प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से शिवसेना के नेता नाराज हैं. वे दबाव डाल रहे हैं कि महाराष्ट्र पुलिस को जैसे को तैसा जवाब देना चाहिए और भाजपा नेताओं के खिलाफ ऐक्शन लेना चाहिए.
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तो NCP से गृह मंत्रालय ले लिया जायेगा…
शिवसेना नेताओं ने कहा है कि अगर एनसीपी भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो उनसे गृह मंत्रालय ले लिया जायेगा. शिवसेना ने महाराष्ट्र के गृह विभाग से कहा है कि भाजपा नेताओं के खिलाफ जितने भी मामले दर्ज हैं उस पर सख्त कार्रवाई की जाये. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि अगर महाराष्ट्र पुलिस को गृह विभाग उचित आदेश दे तो मुझे लगता है कि बेहतर परिणाम सामने आयेंगे. संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री से मैंने कहा है कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियां जिस तरह से जांच कर रही हैं, यह महाराष्ट्र के गृह विभाग की शक्तियों पर अतिक्रमण है.
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शिवसेना गृह मंत्रालय से खफा है
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दिलीप वलसे पाटिल गृह मंत्री हैं. संजय राउत के बयान से माना जा रहा है कि शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा नेताओं के खिलाफ मामलों में कार्रवाई न होने पर गृह मंत्रालय से खफा है. एमवीए में सब कुछ ठीक नहीं होने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बयान जारी किया कि गृह मंत्री से नाराज होने की खबरें झूठी हैं. उन्हें मंत्री पर पूरा भरोसा है. वह अच्छा काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री पाटिल के साथ बैठक की
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य के गृहमंत्री पाटिल के साथ बैठक की. उन्होंने वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों पर भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में दिलचस्पी नहीं लेने का मुद्दा उठाया. सूत्रों के अनुसार बैठक के तुरंत बाद पाटिल ने डीजीपी रजनीश सेठ से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ फिर बैठक की. गृह विभाग को सख्त बनाने की राउत के दावे को लेकर उन्होंने कहा, राउत की भावना सही है. अगर कोई कमी है, तो हम सुधार करने की कोशिश करेंगे.
गृह विभाग भाजपा नेताओं पर नरम है!
यह पूछे जाने पर कि क्या गृह विभाग भाजपा नेताओं पर नरम है, उन्होंने कहा, यह नरम या कठोर दृष्टिकोण नहीं है. हम जो भी कार्रवाई करते हैं वह यह सुनिश्चित करने के लिए है कि यह अदालत में कायम रहे. यदि कोई अपराध होता है, तो कार्रवाई की जायेगी. सीएम और गृह मंत्री के स्पष्टीकरण के बाद राउत ने सुलह का रुख अपनाया. उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय एजेंसियां हमें महाराष्ट्र में आतंकवादी मान रही हैं.
मैंने कहा है कि हमें उन्हें इसी तरह की प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता है और यह सिर्फ मेरा विचार नहीं है बल्कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के विचार भी हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई बदला नहीं होगी. हमारी सरकार भावना के अनुरूप कानून-व्यवस्था का पालन करती है. हम केंद्रीय एजेंसियों जैसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते कोई राजनीतिक बदला नहीं लेंगे.