Ranchi : कोविड संक्रमण की रफ्तार अब कम होने लगी है. दूसरी लहर से सीख लेते हुए रांची जिला प्रशासन ने तीसरी लहर के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी. इसमें विशेष कोविड हॉस्पिटलों, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड, बच्चों के लिए व्यवस्थाएं, डॉक्टर्स और मेडिकल टीम, पीएसए प्लांट, दवाईयां, आदि की पूरी व्यवस्था तैयार है. इसके साथ ही एक अन्य सुविधा जो प्रशासन से शुरू किया, वह है होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए फोन पर चिकित्सा परामर्श सेवा. मरीज केवल ऑन कॉल चिकित्सक परामर्श ही नहीं बल्कि डॉक्टर विजिट और दवाईयां भी आसानी से मंगवा सकते हैं. इसके लिए प्रशासन ने 12 जनवरी को गृह रक्षक ऐप लांच किया था.
सबसे अधिक लाभ लोगों को आइसोलेशन किट का मिला
रांची सहित राज्यभर में भले ही संक्रमण कम हो गया है पर प्रशासन के गृह रक्षक ऐप से अब भी हर दिन लगभग 10 लोग इससे सुविधाएं प्राप्त कर रहे हैं. ऐप के जरिए सबसे अधिक लाभ लोगों को आइसोलेशन किट का मिला. इसके अलावा लोगों ने चिकित्सक परामर्श और सेहत के फॉलोअप का लाभ उठाया. ऐप संचालकों के अनुसार संक्रमण के पीक पर होने के दौरान हर दिन 30 से अधिक लोग सुविधाओं के लिए फोन करते थे. जिसमें अधिकांश लोग पैनिक होकर फोन करते थे. घबराहट और डर से लोग माइल्ड सिम्पटम होने पर भी डॉक्टर्स से परामर्श लेना चाह रहे थे. जिसमें ऐप काफी मददगार साबित हुआ.
किस-किस तरह की मदद के लिए लोग कर रहे थे संपर्क
गृह रक्षक ऐप के जरिए लोग कई तरह की मदद के लिए संपर्क कर रहे थे. इसमें केवल रांची जिले में ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों में रहने वाले लोग भी सुविधाओं के लिए फोन कर रहे थे.
- तीसरी लहर में कांके स्थित एक पूरा परिवार संक्रमित हो गया था. परिवार के सदस्यों के साथ ही उनके यहां काम करने वाले 2-3 लोग भी संक्रमित हो गये थे. इस स्थिति में परिवार ने ऐप के माध्यम से सुविधा मुहैया करवाया. उन्होंने ऐप की मदद से सभी काम करने वालों के घर किट पहुंचवाया और उनके हेल्थ का अपडेट लिया.
- ऐप का फायदा रांची में रहने वाले स्टूडेंटस ने काफी उठाया. घर से दूर और हॉस्टल में रहने के कारण संक्रमित होने पर उनके पास सुविधा मुहैया करवाने वाला कोई नहीं था. ऐसे में भारी संख्या में स्टूडेंटस से ऐप के जरिए चिकित्सक परामर्श और होम आइसोलेशन किट का लाभ उठाया.
- बुजुर्गों ने भी ऐप के माध्यम से डॉक्टरों से संपर्क कर अपनी घबराहट दूर की. जिले के कई बुजुर्ग जब संक्रमित हो रहे थे , उन्हें संक्रमित होने का भय सता रहा था. कई बुजुर्गों ने ऐसे समय में डॉक्टरों से बात कर पैनिक की स्थिति पर काबू पाया.
मॉनिटरिंग की आसान सुविधा की जा रही उपलब्ध – डीसी
इस ऐप के बारे में रांची डीसी ने भी कहा था कि कोविड की तीसरी लहर में संक्रमित अधिकांश लोगों में माइल्ड सिम्पट्मस थे. उन्हें हॉस्पिटल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही थी. घर में अच्छे से उनकी सेहत पर निगरानी रखने के लिए प्रशासन ने गृह रक्षक ऐप लॉंच किया. होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज आपातकालीन स्थिति में एबुलेंस सेवा, डॉक्टरों से परामर्श और अपने सेहत की मॉनिटरिंग कर सकते हैं. ऐसे सेवाओं से हम काफी हद तक होम आइसोलेटेड मरीजों तक पहुंचने में सफल रहे हैं और उनको सुविधाएं उपलब्ध करवा पाया है.
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