Ranchi : 30 साल बाद नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के आंदोलनकारियों के चेहरे खिल उठे. इस बीच इतने लंबे चले आंदोलन में कई शहीद हो गए. कई महिलाएं विधवा हो गयीं, कई बच्चे अनाथ हो गए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 1471 वर्ग किमी जमीन वापसी के एलान के बाद शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने रांची में विजय जुलूस निकाला, जश्न मनाया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार प्रकट किया. डंगरा टोली चौक पर सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारी और नेतृत्वकर्ता जमा हुए. विजय जुलूस निकाला, जो स्थानीय अलबर्ट एक्का चौक तक पहुंचा. नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज आंदोलन से जुड़े लोग मुख्यमंत्री का आभार प्रकट कर रहे थे. कार्यक्रम का नेतृत्व नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज संघर्ष समिति के सचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर, पूर्व टीएसी सदस्य रतन तिर्की, महेंद्र पीटर तिग्गा, अनिल मनोहर आदि ने किया.
हमारी जमीन ही नहीं बल्कि पहचान बचाने की पहल हुई : जेरोम
जनसंघर्ष समिति के सचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर ने कहा कि लातेहार- गुमला के आदिवासी और झारखंडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद और आभार प्रकट कर रहे हैं. उन्होंने आंदोलन के महत्व को समझा. हमारी जमीन ही नहीं हमारी पहचान को बचाने की पहल की.
उरांव-कुडुख राज बचाने में सीएम ने साथ दिया : रतन तिर्की
रतन तिर्की ने कहा कि 1471 वर्ग किमी जमीन पर ग्रामीणों के मालिकाना हक को मुख्यमंत्री ने बरकरार रखा. उरांव कुड़ूख राज को बचाने में साथ दिया. उन्होंने कहा कि गुमला- लातेहार जो आदिम जनजाति का भरा-पुरा क्षेत्र भी बचा लिया गया. एक आंदोलन वनाधिकार कानून को लेकर शुरू की जायेगी. प्रभाकर तिर्की, दयामनी बरला, वासवी, प्रफुल्ल लिंडा, भुनेश्वर केवट, सरना समिति के संतोष तिर्की, अनिल पन्ना, नदीम खान, सुषमा बिरूली, अनिल मनोहर आदि ने भी लोगों को संबोधित किया.
30 वर्ष के आंदोलन का आज परिणाम हासिल हुआ : नारायण उरांव
केंद्रीय सरना समिति इस अध्यक्ष नारायण उरांव ने कहा कि बीते 30 वर्षों से चल रहे आंदोलन को आज परिणाम प्राप्त हुआ. जिसके लिए समिति की ओर से नेतरहाट के ग्रामीण एवं केंद्रीय जनसंघर्ष समिति बधाई के पात्र हैं. मुख्यमंत्री ने पहल कर पायलट प्रोजेक्ट नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अवधि को समाप्त कर ग्रामीणों को उनका हक और अधिकार देने का कार्य किया.
भाकपा ने किया स्वागत
भाकपा के राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने झारखंड सरकार के नेतरहाट फायरिंग रेंज को विस्तार न देने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि यह जीत लंबे संघर्षों की जीत है. इसलिए कम्युनिस्ट पार्टी सभी आंदोलनकारियों को बधाई देती है. कम्युनिस्ट पार्टी हमेशा से झारखंड के जल- जंगल और जमीन की लड़ाई में झारखंडवासियों के साथ खड़ी है.
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