Ranchi : माओवादियों द्वारा मारे गये जेएमएम नेता और पूर्व नक्सली के परिजनों को गृह विभाग ने मुआवजा देने का आदेश दिया है. पलामू जिले में 19 अक्टूबर 2014 को पूर्व नक्सली विश्वनाथ सिंह और 23 नवंबर 2019 को जेएमएम मोहन गुप्ता को भाकपा माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद सरकार के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने पलामू डीसी को दोनों मृतक व्यक्तियों के परिजनों को एक- एक लाख रूपया मुआवजा देने का निर्देश दिया है.
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पूर्व नक्सली की गोली मारकर की गई थी हत्या
बता दें कि पूर्व नक्सली विश्वनाथ सिंह खरवार उर्फ बिनू की 19 अक्टूबर 2014 की दोपहर करीब एक बजे गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. बिनू पहले माओवादी संगठन में था. 2010 में उसने सरकार के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया था. रविवार को वह कजरू कला पंचायत भवन के पास बैठा हुआ था. इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर तीन लोग वहां पहुंचे. बताया जाता है कि जैसे ही मोटरसाइकिल सवार पर बिनू की नजर पड़ी, वह वहां से भागने लगा. तभी मोटरसाइकिल से उतर कर वे लोग भी बिनू का पीछा करने लगे. दौड़ने के क्रम में उसे एक गोली मारा गया. कुछ दूर पर जाकर वह झाड़ी में फंस कर गिर गया.उसके बाद उसे नजदीक से गोली मारी गयी, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. गोली मारने वाले व्यक्तियों ने घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी जिंदाबाद का नारा लगाते हुए वहां से चला गया था.
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माओवादियों ने की थी जेएमएम नेता की हत्या
बिहार के सीमावर्ती और नक्सल प्रभावित पलामू जिले के पिपरा बाजार में 23 नवंबर 2019 की शाम माओवादियों ने एके 47 से कई राउंड फायरिंग की थी. इस घटना में जेएमएम के प्रखंड अध्यक्ष एवं पिपरा प्रमुख संध्या देवी के पति मोहन गुप्ता की मौत हो गई थी.मोहन गुप्ता को एके 47 से 8-10 गोली मारी गयी. मोहन गुप्ता कई वर्षों से नक्सलियों के निशाने पर था.
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