Ranchi : झारखंड में खरीफ का सीजन शुरू हो चुका है. धान की रोपनी भी आरंभ हो गयी है. लेकिन पिछले साल नवंबर माह में सरकार को धान बेचनेवाले सैकड़ों किसानों को आज तक भुगतान नहीं हुआ. सरायकेला खरसावां जिले का ऐसा ही एक किसान अपने धान के भुगतान के लिए लैंपस का चक्कर लगाते-लगाते मर गया. सरायकेला के गम्हरिया प्रखंड के सिंधुकोपा गांव के किसान अरुण महतो ने 80 क्विंटल धान सरकार को बेचा था. उसके भुगतान के लिए वह लगातार लैंपस का चक्कर लगा रहा था. उसे लगातार दौड़ाया जा रहा था. इसी बीच अरुण महतो बीमार हो गया. परिवार के पास उसका इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे. घरवालों ने जैसे-तैसे कर्ज लेकर अरुण को इलाज के लिए जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती कराया. वहां उसकी मौत हो गयी. अरुण की मौत पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हेमंत सरकार से पूछा है कि आखिर मौत का जिम्मेदार कौन है.
सरकार को अन्नदाताओं के दर्द से कोई लेना-देना नहीं
अर्जुन मुंडा ने कहा कि पिछले एक साल से किसानों के धान खरीदने के बाद सरकार उन्हें भुगतान नहीं कर रही है. इस मुद्दे को उठाने पर राज्य सरकार पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर भाजपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराती है. सरकार को इन अन्नदाताओं के दर्द से कोई लेना देना नहीं है.
आज सिंधुकोपा(गम्हरिया प्रखंड) के किसान श्री अरुण महतो जी की मौत हो गयी।अरुण महतो ने 80 क्विंटल धान बेचा था।वो उसकी कीमत के लिए लैम्पस में चक्कर लगाते लगाते बीमार पड़ गया।उसके पास इलाज के पैसे नहीं थे।जब बीमारी गंभीर हो गयी तो घरवालों ने कर्जा लेकर उन्हें टी एम एच में भर्ती कराया। pic.twitter.com/xKpBfB9BVz
— Arjun Munda (@MundaArjun) June 22, 2021
विभागीय मंत्री और सचिव नहीं उठाते फोन
इस मामले पर खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव और विभाग की सचिव हिमानी पांडेय से बात करने की कोशिश की गयी. कई बार फोन करने पर भी न तो मंत्री और न ही सचिव ने कोई जवाब दिया. उल्लेखनीय है कि खाद्य आपूर्ति विभाग पर ही धान खरीद और भुगतान का जिम्मा है, जिसे वह झारखंड राज्य खाद्य निगम की मार्फत कराता है.
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किसानों का सरकार पर 365 करोड़ रुपये बकाया
बता दें कि राज्य के किसानों से पिछले साल की गयी धान खरीद का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. लगभग 943 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को किया जाना था. इसमें मात्र 578 करोड़ रुपया ही दिया गया है. अभी भी किसानों का 365 करोड़ रुपया बकाया है. अपनी सालभर की मेहनत और जमा-पूंजी सरकार को देकर किसान अब पैसे के लिए चक्कर लगा रहे हैं.
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किसानों के लिए धरना देने वाले नेताओं पर हुआ केस
धान खरीद में अनियमितता और किसानों को बकाया राशि नहीं देने के मामले को लेकर बीजेपी ने बीते दिनों पूरे राज्य में खेतों में उतरकर धरना प्रदर्शन किया था. बीजेपी के नेताओं ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द किसानों की बकाया राशि का भुगतान किया जाए. इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और कांके विधायक समरीलाल समेत कई नेताओं के खिलाफ कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है.
बेहद अच्छी और सरोकार से सम्बंधित खबर है. आभार