Patna : जिले में एक साथ कुल 139 जवानो को निलंबित कर दिया गया है. और सभी पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. सभी जवानों पर आगजनी, तोड़फोड़ समेत सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.
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पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन में जमकर बवाल मचाया था
बता दें कि नवंबर 2018 में जिले में तैनात ट्रैफिक की ट्रेनिंग के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी सविता कुमारी की मौत हो गयी थी. मौत के बाद पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन में जमकर बवाल मचाया था. सहकर्मियों ने पुलिस लाइन में तोड़फोड़, आगजनी, DSP के साथ हाथापाई, सिटी SP की गाड़ी में तोड़फोड़, ग्रामीण एसपी पर हमला बोल दिया था. ये पुलिसकर्मी उनदिनों काफी उत्पात मचाया था. इस मामले की जांच तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज ने की थी. जांच के बाद 185 जवानों को तत्काल प्रभाव सेवा से ही बर्खास्त करने की अनुशंसा की थी. जिसके बाद इस पर मुहर भी लग गई थी.
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बर्खास्त पुलिसकर्मियों ने न्यायालय से गुहार लगायी थी
जिसके बाद सेवा से बर्खास्त पुलिसकर्मियों ने न्यायालय से गुहार लगायी थी. न्यायलय में हुई सुनवाई के बाद बर्खास्त सभी जवानों को नौकरी फिर से बहाल कर दी गई. 139 जवानों ने पटना पुलिस में फिर से योगदान दिया, लेकिन SSP उपेंद्र शर्मा ने इन सभी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है.
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कोर्ट ने 3 मई 2021 को सभी को सेवा में बहाल करने का आदेश किया था
न्यायालय ने इस मामले में सुनवाई करते हुए जवानों की बर्खास्तगी को निरस्त करते हुए सेवा में बहाल करने का आदेश किया . यह आदेश 3 मई 2021 को दिया गया था. एसएसपी मनु महाराज ने इस पूरे मामले में कार्रवाई करने के दौरान बर्खास्त किये गये जवानों से उनका पक्ष तक नहीं सुना था. इसे आधार मानते हुए सभी को योगदान करने का निर्देश न्यायालय ने दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद 139 जवानों का योगदान स्वीकृत कर लिया गया.
निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने का दिया निर्देश
पटना SSP उपेन्द्र शर्मा की बताया कि बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इन सभी के योगदान को स्वीकृत कर लिया गया है, लेकिन अगले ही दिन निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है.