Dehradun : हरिद्वार पुलिस द्वारा हिंदूवादी नेता यति नरसिंहानंद को शनिवार देर रात महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने सहित हेट स्पीच मामले में गिरफ़्तार किये जाने की खबर है. इस बात की पुष्टि हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत ने की है. हरिद्वार में पिछले दिनों हुई धर्म संसद में धर्मविशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी थी. इसे लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. हेट स्पीच मामले में दर्ज प्राथमिकी में 10 से अधिक लोगों के नाम हैं. इसमें नरसिंहानंद, त्यागी और अन्नपूर्णा शामिल हैं.
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जितेंद्र नारायण त्यागी की जमानत खारिज
भड़काऊ भाषण को लेकर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को नारसन बॉर्डर से हरिद्वार आते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था. सीजेएम कोर्ट ने जितेंद्र नारायण त्यागी की जमानत खारिज कर दी है. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने पिछले महीने हिंदू धर्म अपनाया था और अपना नाम बदलकर जीतेंद्र सिंह नारायण त्यागी रख लिया था.
हरिद्वार पुलिस के प्रवक्ता इंस्पेक्टर विपिन पाठक के अनुसार स्वामी यति नरसिंहानंद पर हरिद्वार पुलिस में कई मुक़दमे दर्ज़ हैं. उन्हें मुक़दमा संख्या 18/22 में गिरफ़्तार किया गया है. मुक़दमा रुचिका नाम की एक लड़की की शिक़ायत पर दर्ज़ किया गया था. विपिन पाठक के अनुसार धर्म संसद के दौरान भड़काऊ भाषण देने का मामला भी यति नरसिंहानंद पर दर्ज है.
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धर्म संसद दिसंबर 17 से लेकर 19 तक आयोजित की गयी थी
समाचार एजेंसी एएनआई ने हरिद्वार के सर्किल ऑफ़िसर के हवाले ते कहा है कि महिलाओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए दर्ज़ मुक़दमे में यति नरसिंहानंद को गिरफ़्तार किया गया है. उनके ख़िलाफ़ दो-तीन मामले दर्ज़ हैं. बता दें कि हरिद्वार पुलिस ने दो दिन पहले धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के लिए जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी को गिरफ़्तार किया था. धर्म संसद पिछले साल दिसंबर 17 से लेकर 19 तक आयोजित की गयी थी. वसीम रिज़वी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया था. उन्हें ज़मानत दिये जाने की मांग करते हुए यति नरसिंहानंद हरिद्वार में धरने पर बैठ गये.
76 वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखा था
खबर है कि जब वसीम रिज़वी को रुड़की के नारसन बॉर्डर से हरिद्वार की सीमा में प्रवेश करते वक़्त गिरफ़्तार किया गया तो यति नरसिंहानंद गिरि भी उनके साथ थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने दिया. धर्म संसद में दिये बयान के वायरल होने के बाद से उनकी गिरफ़्तारी को सेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाये जा रहे थे. कई लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई तो सुप्रीम कोर्ट ने हरिद्वार और दिल्ली में धर्म में हेट स्पीच देने वालों के ख़िलाफ़ जांच और कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग करने वाली याचिका पर 12 जनवरी को केंद्र सरकार से जवाब मांगा. दिसंबर के आख़िरी महीने में 76 वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर कोर्ट का ध्यान हरिद्वार में हेट स्पीच मामले की ओर खींचा था. आरोप लगाया कि जिस तरह की भाषा का नरसिंहानंद इस्तेमाल कर रहे हैं, पुलिस तो उन्हें एक तरह की छूट दे रही है.