Godda : महगामा MLA दीपिका पांडेय सिंह व सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. विधायक और सहयोगी पर पर दरोगा से मारपीट, सरकारी दस्तावेज नष्ट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा है. यह मामला सोमवार को दरोगा कश्यप गौतम ने मेहरमा थाना में दर्ज कराया है. विधायक दीपिका पांडे सिंह और उनके सहयोगी रोबिन मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. मामला दर्ज होते ही विधायक मेहराम थाना पहुंच गयीं.उन्होंने इस मामले को झूठा और बेबुनियाद बताया है.
विधायक से जब पूछा गया कि वो थाना में धरना पर क्यों बैठी हैं, तो उन्होंने कहा कि वे सत्ता में हैं तो धरना पर क्यों बैठेंगीं. विधायक ने कहा कि वो थाना गिरफ्तारी देने आयी हैं. उन्होंने कहा कि यहां थाना में लोगों की FIR दर्ज नहीं होती है, जब लोग आते हैं तो चार दलाल यहां रहते हैं.फिर पक्ष और विपक्ष को बैठाया जाता और केस को हल्का व भारी करने के लिए पदाधिकारी लोग पैसे लेते हैं.
विधायक ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रशासन बताये कि आखिर एक सस्पेंडेंड पदाधिकारी थाने की फाइल लेकर क्यों किसी के घर जायेगा. कहा कि दारोगा के साथ और भी लोग मौजूद थे,मर्डर केस की फाइल लेकर उसे मैनेज करने की कोशिश कर रहे हैं.
दारोगा ने रखी अपनी बात
वहीं इस मामले में दरोगा कश्यप गौतम ने कहा है कि वर्तमान में मैंने निलंबित होकर भी पुलिस लाइन में योगदान दिया है. साथही बताया कि 25 अप्रैल को लंबित कांडों और अन्य मामले का प्रभार देने के लिए पुलिस लाइन से मेहरमा थाना आया था. इसी दौरान मेहराम क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति राजेश लाला ने बार-बार आग्रह करके अपने घर बुलाया. उनके घर पर बातचीत के दौरान विधायक दीपिका पांडे सिंह अपने सहयोगी रोबिन मिश्रा के साथ आयीं. बिना कुछ बताए रोबिन मिश्रा मेरे साथ मारपीट करने लगे और मेरे साथ कांड संचिका 123/20, 48/12 को फाड़ दिया गया और कांड संचिका 18/21 को अपने साथ ले गया.
विधायक ने दी जान से मारने की धमकी
दरोगा कश्यप गौतम के द्वारा दर्ज कराए गए मामले में कहा गया है कि विधायक दीपिका पांडे सिंह के सहयोगी रोबिन मिश्रा ने जाते-जाते कहा कि इस इलाके में कभी नजर आओगे तो कटवा कर फेंक देंगे. इसके अलावा विधायक दीपिका पांडे सिंह ने भी दरोगा के साथ बदतमीजी किया और कहा कि सस्पेंड ऑफिसर यहां क्या कर रहे हो. दरोगा ने अपने दिए आवेदन में कहा है कि इस घटना से मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंचा है और गरिमा का हनन हुआ है इनके द्वारा दिए गए धमकी से भय हमको हो गया है.
पूर्व में भी दीपिका पांडेय के व्यवहार से नाराज 5 थाना प्रभारियों ने मांगा था ट्रांसफर:
महगामा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे सिंह के व्यवहार से नाराज गोड्डा जिले के पांच थाना प्रभारियों एसपी से ट्रांसफर करने की मांग की थी. इनके अलावा कुछ पुलिसकर्मियों ने भी बीते 23 अप्रैल 2020 को एसपी से स्थानांतरण की मांग की थी.
गोड्डा जिले के महगामा विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले मेहरमा, महगामा, हनवारा, बेलवाअड्डा और ठाकुर गंगटी के थाना प्रभारियों और सभी पुलिसकर्मियों ने गोड्डा एसपी और झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन व झारखंड पुलिस एसोसिएशन को पत्र लिखा था. पत्र में कहा था कि हम सभी पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को महगामा विधानसभा क्षेत्र के थानों से दूसरी जगह स्थानांतरण करने की कृपा की जाये. ताकि हम सभी विधि सम्मत सरकारी कार्य करते हुए अपने आत्मसम्मान को बचा सकें.
विधायक उनके कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों के आत्मसम्मान को पहुंचा रहे ठेस:
थाना प्रभारियों और पुलिसकर्मियों ने लिखा पत्र में कहा था कि विधायक दीपिका पांडे सिंह के निर्वाचन के बाद से धौंस दिखाया जा रहा. इससे हमेशा हमारे और अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचायी जा रही है. जिससे विधि सम्मत कार्य करने में काफी कठिनाई होती है. साथ ही पत्र में लिखास है कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में भी विधायक के कार्यकर्ता गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. जब कार्यकर्ताओं को मना किया जाता है तो विधायक और कार्यकर्ता उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं.