New Delhi : भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा कि एकता और प्रेम की दिशा में उठाये गये करोड़ों कदम देश के बेहतर कल की नींव बन गये हैं . यह नफरत मिटने और भारत के एक होने तक जारी रहेगा. जान लें कि एक सप्ताह की यूरोप यात्रा पर गये राहुल गांधी ने एक्स पर यह पोस्ट शेयर किया.
भारत जोड़ो यात्रा के एकता और मोहब्बत की ओर करोड़ों कदम, देश के बेहतर कल की बुनियाद बने हैं।
यात्रा जारी है – नफ़रत मिटने तक, भारत जुड़ने तक।
ये वादा है मेरा! pic.twitter.com/8LqTx7ZupV
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2023
यह सिर्फ एक भौतिक प्रयास नहीं है
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह सिर्फ एक भौतिक प्रयास नहीं, देश की टूटी हुई सामूहिक चेतना को फिर से जोड़ने का एक ईमानदार प्रयास थी. राहुल गांधी ने पिछले साल पार्टी के नेताओं के साथ लगभग 4,000 किलोमीटर से अधिक की पैदल यात्रा की थी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आज @RahulGandhi के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा के शुभारंभ की पहली वर्षगांठ है।
श्रीपेरंबदूर में अपने पिता को श्रद्धांजलि देने के बाद, वह कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैचू, कामराज मेमोरियल और गांधी मंडपम गए थे। उसके बाद… pic.twitter.com/IqdN77FQWv
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 7, 2023
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के एक वर्ष पूरे होने पर, मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से श्री @RahulGandhi, सभी भारत यात्रियों और हमारे लाखों नागरिकों को बधाई देता हूं जो इस यात्रा में शामिल हुए।
: कांग्रेस अध्यक्ष श्री @khargepic.twitter.com/UckNkRA5p4
— Congress (@INCIndia) September 7, 2023
यात्रा पिछले साल सात सितंबर को कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी
इस दौरान उन्होंने समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत की थी. यात्रा पिछले साल सात सितंबर को कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी, जो इस वर्ष 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त हुई थी. यह यात्रा 145 दिन चली थी.
खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया, भारत जोड़ो यात्रा एक राष्ट्रीय जन-आंदोलन है, जो इतिहास में अद्वितीय है. उन्होंने कहा, आज यात्रा के एक वर्ष पूरा होने पर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से मैं राहुल गांधी, सभी भारत यात्रियों और हमारे लाखों नागरिकों को बधाई देता हूं, जो इस यात्रा में शामिल हुए. उनके अनुसार कन्याकुमारी से कश्मीर तक, भारत जोड़ो यात्रा ने 4000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के साथ विविधता में एकता के लिए संवाद स्थापित किया.
यात्रा समाज में नफरत के खतरे से लड़ने के लिए जारी है
उन्होंने कहा, नफरत और विभाजन के एजेंडे को छिपाने के लिए, लोगों के वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए, अप्रासंगिक सुर्खियां बनाने की प्रवृत्ति हमारी सामूहिक चेतना पर एक सोचा-समझा प्रहार है. यात्रा आर्थिक असमानताओं, महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक अन्याय, संविधान के विध्वंस, सत्ता के केंद्रीकरण के वास्तविक मुद्दों को लोगों की कल्पना के केंद्र में लाने का प्रयास करती है. उन्होंने कहा कि यह यात्रा लोगों की भागीदारी के माध्यम से हमारे समाज में नफरत और शत्रुता के खतरे से लड़ने के लिए जारी है.
कांग्रेस लगातार लोगों तक पहुंच रही है
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हमारे लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के हमारे संवैधानिक मूल्य सर्वोच्च हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी, हमारे संविधान की रक्षा और हमारे लोकतंत्र की सुरक्षा करने के प्रयास में लगातार लोगों तक पहुंच रही है. आज भी भारत जोड़ो यात्रा जारी है.
राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल गये थे
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, आज राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा के शुभारंभ की पहली वर्षगांठ है. उन्होंने कहा, श्रीपेरंबदूर में अपने पिता को श्रद्धांजलि देने के बाद राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैचू, कामराज मेमोरियल और गांधी मंडपम गये थे. उसके बाद वह गांधी मंडपम से चले और कन्याकुमारी में हिंद महासागर के किनारे एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. अगली सुबह यात्रा शुरू हुई.
यात्रा भारतीय राजनीति में बेहद परिवर्तनकारी घटना थी
रमेश के अनुसार भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीति में एक बेहद परिवर्तनकारी घटना थी. यह यात्रा बढ़ती आर्थिक असमानताओं, बढ़ते सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही जैसे विषयों पर केंद्रित थी. राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान अपने मन की बात नहीं की बल्कि इस अवसर का इस्तेमाल जनता की चिंता को सुनने के लिए किया.
यात्रा अलग-अलग रूपों में आज भी जारी है
उन्होंने कहा, यह यात्रा अलग-अलग रूपों में आज भी जारी है. यह देश भर में छात्रों, ट्रक चालकों, किसानों और कृषि श्रमिकों, मैकेनिकों, सब्जी व्यापारियों, लघु एवं मध्यम कारोबारियों के साथ राहुल गांधी की मुलाकातों एवं मणिपुर में उनकी उपस्थिति के साथ-साथ लद्दाख की उनकी सप्ताह भर की विस्तारित यात्रा से स्पष्ट है.