Lagatar Desk: तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से ही बड़ी तादाद में लोग मुल्क छोड़कर भाग रहे हैं. सरहदों के बंद होने के बाद लोगों की भीड़ एयरपोर्ट पर जम गई. लोग बस किसी तरह जहाजों के जरिए मुल्क छोड़कर भागने चाहते हैं. एक वक्त तो हालात को काबू में करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को हवा में फायरिंग भी करनी पड़ी. वायरल वीडियो में लोगों को एक विमान में चढ़ने के लिए एक के ऊपर एक चढ़कर अंदर घुसते देखा गया. इस दौरान हुए भगदड़ में कम से काम पांच लोगों की मौत की खबर है.
लोगों की मदद के लिए कोई एजेंसी नहीं थी मौजूद
काबुल एयरपोर्ट पर इन लोगों की मदद के लिए कोई एजेंसी या संस्था मौजूद नहीं है. लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. मानव इतिहास की एक बड़ी त्रासदी हम अपनी आंखों से घटते देख रहे हैं और तालिबान के आगे सरकारों ने जैसे घुटने टेक दिये हैं.
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20 साल बाद तालिबान के हाथ में सत्ता
करीब 20 साल बाद अफगानिस्तान की कमान तालिबान के हाथ में आ चुकी है. लोग बस किसी तरह उस हुकूमत से बच निकलना चाहते हैं, जिसने उन्हें आतंक के खौफनाक चेहरे से रूबरू कराया. अफगानी जनता उन दिनों को फिर से नहीं जीना चाहती. यही वजह है कि जब तालिबान का कब्जा बढ़ा तो जो निकल सकते थे, उन्होंने सामान बांधना शुरू कर दिया. पिछले कुछ दिनों से पलायन का दौर जारी है.
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