Ranchi: इन्फ्लूएंजा एच3एन2 तेजी से फैल रहा है. कई राज्यों में बुखार, सांस संबंधित गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ी है. हेल्थ एक्सपर्ट इन्फ्लूएंजा से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करने की अपील कर रहे हैं. इससे इन्फ्लूएंजा से बहुत हद तक बचा जा सकता है. इस विषय पर रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि अस्पताल में इन्फ्लूएंजा की चपेट में आने वाले मरीजों के लिए बेड चिन्हित कर रखा गया है. 12 बेड ट्रॉमा सेंटर में जबकि 12 बेड आइसोलेशन वार्ड में रिजर्व रखा गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति में इन्फ्लूएंजा के हल्के लक्षण हो तो किसी भी एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं पड़ती है. पैरासिटामोल से इलाज संभव है. हालांकि बीमारी की गंभीरता को देखते हुए कुछ मामलों में एंटीबायोटिक दवा भी मरीज को दी जाती है.
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इन्फ्लूएंजा से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
-खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को एक टीशू पेपर/कोहनी से ढकें
– सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें
– भीडभाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क का उपयोग करें
– बार-बार हाथ धोना चाहिए
– श्वांस की बीमारी से पीड़ित मरीज के संपर्क में आने से बचें.