Lucknow : यूपी कैडर के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में यूपी पुलिस ने आज लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस साल मार्च में उन्हें जबरन रिटायर कर दिया था. अमिताभ ठाकुर ने यूपी के होनेवाले चुनाव में सीएम आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य!
भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/o7OG4XRAMy
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2021
विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है
अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित कई लोगों ने ट्वीट कर सरकार पर हल्ला बोला है. जारी किये गये एक वीडियो में अमिताभ ठाकुर को उनके लखनऊ आवास के बाहर जबरन एक पुलिस जीप में डाला जा रहा है. ठाकुर इसका विरोध करते दिख रहे हैं. वे जीप के अंदर बैठने से इनकार करते हुए कह रहे हैं किजब तक आप मुझे प्राथमिकी नहीं दिखायेंगे, मैं नहीं जाऊंगा. जान लें कि यह मामला पूर्वी उत्तर प्रदेश की 24 वर्षीय एक महिला की मौत से जुड़ा हुआ है.
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पीड़िता ने बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था
पीड़िता ने मई 2019 में बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. पीड़िता और उसके पुरुष मित्र ने इसी साल 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर खुद को आग लगा ली थी. आग से बुरी तरह झुलसी पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गयी. महिला ने घोसी के सांसद अतुल राय के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने वाराणसी में अपने आवास पर उसके साथ बलात्कार किया था. अतुल राय ने एक माह बाद आत्मसमर्पण कर दिया और तब से वह जेल में है.
वाराणसी में महिला के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज
उसके बाद नवंबर 2020 में उसके भाई ने वाराणसी में महिला के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने कथित तौर पर अदालत को बताया कि वह लापता है. इसके बाद इसी माह अदालत ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया. बदलते घटनाक्रम के बीच महिला और उसका दोस्त दिल्ली पहुंचे. 16 अगस्त को खुद को आग लगाने से पहले एक फेसबुक लाइव वीडियो किया.
वीडियो में, उन्होंने पुलिस पर सांसद और उनके रिश्तेदारों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया. बताया गया है कि महिला के आरोप में पुलिस अधिकारियों के नामों में अमिताभ ठाकुर का भी नाम शामिल है. जिन्होंने महिला और उसके पुरुष मित्र को परेशान किया था.
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