LagatarDesk : देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें सप्ताह गिरावट आयी है. आरबीआई ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी है. आंकड़ों के अनुसार, देश का भंडार 600 अरब डॉलर के नीचे पहुंच गया है. 29 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.695 अरब डॉलर घटकर 597.73 अरब डॉलर रह गया. यह आंकड़ा 5 मई 2021 यानी 1 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है.
1 अप्रैल को विदेशी मुद्रा भंडार में आयी थी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट
बता दें कि इससे पहले 22 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.271 अरब डॉलर घटकर 600.423 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 15 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में यह 31.1 करोड़ डॉलर कम होकर 603.694 अरब डॉलर रह गया था. 8 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.471 अरब डॉलर घटकर 604.004 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 1 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में यह 11.173 अरब डॉलर घटकर 606.475 अरब डॉलर पर आ गया था. जो अब तक की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट थी.
एफसीए में 1.11 अरब डॉलर की आयी कमी
आंकड़ों के मुताबिक, फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) घटने के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी आयी है. विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है.
1.110 अरब डॉलर घटकर 532.82 अरब डॉलर रह गयी एफसीए
29 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में एफसीए 1.110 अरब डॉलर घटकर 532.82 अरब डॉलर हो गयी. इससे पहले 22 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में एफसीए 2.835 अरब डॉलर घटकर 533.933 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले 15 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में एफसीए 87.7 करोड़ डॉलर घटकर 536.768 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 8 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में यह 10.7 बिलियन डॉलर घटकर 539.727 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था.
स्वर्ण भंडार, एसडीआर और आरक्षित भंडार भी घटा
समीक्षाधीन सप्ताह में देश के स्वर्ण भंडार में भी गिरावट आयी है. रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व 1.164 अरब डॉलर घटकर 41.60 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले स्वर्ण भंडार 3.77 करोड़ डॉलर घटकर 42.768 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के पास जमा स्पेशल ड्राइंग राइट (एसडीआर) 36.2 करोड़ डॉलर घटकर 18.3 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले यह 3.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.662 अरब डॉलर रह गया. आंकड़ों के अनुसार, आईएमएफ (IMF) में रखे गये आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 5.9 करोड़ डॉलर की कमी आयी. जिसके बाद यह घटकर 5.001 अरब डॉलर रह गया.
महंगाई के कारण कम हो रहा देश का भंडार
मार्केट एक्सपर्ट की मानें तो रूस-यूक्रेन वार की वजह से पूरी दुनिया में महंगाई चरम पर पहुंच गयी है. क्रूड ऑयल के दाम 110 डॉलर प्रति बैरल के पार बिक रहा है. दूसरी ओर एडिबल ऑयल और नेचुरल गैस की कीमतें भी आसमान छू रही है. जिनका आयात भारत बड़े पैमाने पर करता है. भारत का इंपोर्ट बिल का आधा हिस्सा क्रूड ऑयल का होता है. जिसकी वजह से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है.