Ranchi : राज्य के पूर्व मुख्य सचिव पीपी शर्मा का निधन हो गया है. पिछले दिनों को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हे दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बता दें कि पीपी शर्मा की पत्नी अभी भी कोरोना संक्रमित हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. पीपी शर्मा ने दो बार झारखंड के मुख्य सचिव की जिम्मेवारी संभाली थी.
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कई विवादों से रहा नाता
पीपी शर्मा पर मुख्य सचिव रहते अभिजीत समूह को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे. दिसंबर 2004 से जनवरी 2006 और अगस्त 2007 से फरवरी 2008 तक दो बार राज्य के मुख्य सचिव रहे शर्मा के कार्यकाल में अभिजीत समूह को झारखंड में चार कोल माइंस आवंटित हुईं. उनके पहला कार्यकाल अर्जुन मुंडा के मुख्यमंत्रित्व और दूसरा कार्यकाल मधु कोड़ा के समय रहा. इन आरोपों को तब बल मिला जब रिटायरमेंट के बाद दिसंबर 2010 में अभिजीत समूह ने पीपी शर्मा को अपनी कंपनियों अभिजीत पावर और कॉर्पोरेट पावर में निदेशक के रूप में नियुक्त किया. हालांकि शर्मा यह अभिजीत को फायदा पहुंचाले के आरोपों को यह कहकर नकारते रहे कि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं था, और माइंस केंद्र द्वारा आवंटित किए गए थे.
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शर्मा दूसरी बार तब चर्चा में आये, जब फरवरी 2008 में मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने पीपी शर्मा को मुख्य सचिव पद से हटा दिया और लोकायुक्त से कहा कि वे 2005 में स्वास्थ्य सचिव रहते शर्मा द्वारा कथित रूप से की गयी “चूक की जांच करें. इससे पहले सीआईडी ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोपों में मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी. इसके बाद शर्मा एक महीने की छुट्टी पर चले गये थे. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने पीपी शर्मा एंड एसोसिएट्स के नाम से एक कन्सल्टेंसी फर्म भी शुरू की थी और कानूनी सलाह, व्यावसायिक परामर्श और परियोजना सुविधा देने का काम कर रहे थे. उनकी फर्म से आइएएस, आइपीएस सहित अन्य अखिल भारतीय सेवाओं तथा लोक उपक्रमों के पूर्व अधिकारी जुड़े हुए थे. वह झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आजीवन सदस्य भी थे. पीपी शर्मा मूलरुप से उत्तर प्रदेश के बनारस के रहने वाले थे. रांची से भी उनका खास रिश्ता रहा है. रांची के अशोक नगर में भी पीपी शर्मा का मकान है.
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