Galudih (Prakash Das) : कोविड-19 की बूस्टर डोज लगाने में स्वास्थ्य विभाग की फिर एक बार लापरवाही सामने आई है. उल्दा पंचायत अंतर्गत पुतरु गांव के कई ग्रामीणों को बिना डोज लगाए ही स्वास्थ्य विभाग ने बूस्टर डोज का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया. समस्या से पुतरु गांव के कई ग्रामीण परेशान है. ग्रामीणों को तब पता चला जब ग्रामीण मंगलवार को बूस्टर डोज लेने पुतरु स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे. ऑपरेटर के द्वारा जैसे ही संतोष माहली की पत्नी फुलमनी माहली का आधार और मोबाइल नंबर डाला गया, स्क्रीन पर बूस्टर डोज कंप्लीट दिखाई दिया. जबकि उन्होंने कभी बूस्टर डोज लिया ही नहीं. ऐसा सिर्फ उनके के साथ ही नहीं बल्कि कई ग्रामीणों का वैसे ही दिखाई दे रहा था.
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स्वास्थ्य विभाग की टीम और ग्रामीणों के बीच हुई बकझक
अब ये तकनीकी गड़बड़ी या लापरवाही यह एक बड़ा सवाल है. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्रामीणों को दो डोज लगाया जा चुका है. अब बूस्टर डोज लगाई जा रही है, लेकिन, बूस्टर डोज लगाने में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. वहीं जब ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम से सवाल किया कि इस प्रकार की समस्या कैसे आ रही है. तब विभाग की टीम ग्रामीणों से बहस करने लगे. उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर ही आरोप लगाते हुए बताया कि ग्रामीणों की गलती की वजह से ऐसी समस्याएं आ रही है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जिम्मेदार नहीं है.