- दो कक्षपालों (एक्स आर्मी मैन) की संविदा रद्द, जबकि पांच-पांच कक्षपालों को किया निलंबित, उनपर चलेगी विभागीय कार्रवाई
- धनबाद जेल में बंद 23 कैदियों को राज्य के अन्य जेलों में भेजा जाएगा
- जेल में चौबीसों घंटे होगी सीसीटीवी से निगरानी
- घटना की होगी न्यायिक जांच, जल्द नियुक्त होंगे मजिस्ट्रेट
- जेलर भी विभागीय कार्रवाई की जद में
Dhanbad : धनबाद जेल में कैदी अमन सिंह की हत्या के मामले में महकमा एक्शन में आ गया है. जिला प्रशासन एवं जेल प्रशासन द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर सभी वार्डों, सेलो एवं पूरे परिसर की सघन तलाशी ली गयी. तलाशी के दौरान छह मोबाइल और 18000 रूपए बरामद किए गए.
वहीं कैदियों में आपसी टकराव एवं गैंगवार की संभावना को देखते हुए अलग अलग गुटों के कैदियों को फ़ौरन अलग-अलग सेल में भेजा गया. साथ ही डीएम लॉ एंड ऑर्डर, अपर समाहर्ता, सिटी एसपी की त्रिस्तरीय समिति बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम एवं सुरक्षा में चूक की जांच के लिए निर्देशित किया गया है. जेल के सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान उक्त घटना में प्रयुक्त हथियार को ट्रेस करते हुए कारा परिसर से दो पिस्टल बरामद किए गए हैं. उक्त घटनाक्रम में कुल 4 प्राथमिकी दर्ज की गई है. जेल के हॉस्पिटल वार्ड में घटनास्थल की बैरिकेडिंग करते हुए उसे सेनीटाइज कर दिया गया है. जेल प्रशासन द्वारा वैसे पदाधिकारी व कर्मी को चिन्हित किया गया है, जिनकी लापरवाही से उपरोक्त घटना हुई. इसे गंभीर चूक मानते हुए उक्त घटनाक्रम में लापरवाही बरतने वाले 2 कक्षपालों (एक्स आर्मी मैन) की संविदा रद्द कर दी गई है, जबकि पांच 5 कक्षपालों को निलंबित करते हुए इन्हें केंद्रीय कारागार हजारीबाग में उनका मुख्यालय निर्धारित करते हुए विभागीय कार्रवाई के अधीन रखा गया है. मंडल कारा धनबाद में कक्षपालों की कमी को देखते हुए 7 कक्षपालों को अन्यत्र जेल से मंडल कारा धनबाद में पद स्थापित किया गया है. धनबाद के जेलर मो. मुसत्कीम अंसारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित एवं स्थानांतरित करते हुए विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया गया है. मंडल कारा, चतरा के जेलर को तत्काल प्रभाव से मंडल कारा, धनबाद के जेलर के रूप में पदस्थापित किया गया है. घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए जेल सुपरिटेंडेंट, मंडल कारा धनबाद एवं डीसी की अनुसंशा के आलोक में कुल 23 कैदियों को राज्य के अन्य कारा में स्थानांतरित करने का निर्देश कारा निरीक्षणालय, रांची के द्वारा दिया गया है.
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वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, परंतु मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी – डीसीएलआर, जिला पुलिस के वरीय पदाधिकारी – डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर को डे टू डे मॉनिटरिंग एवं गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है.
राज्य सरकार के निर्देश पर आईजी सीआइडी असीम विक्रांत मिंज (आइपीएस) एवं आइजी प्रिजन उमाशंकर सिंह (आइएएस) के द्वारा संयुक्त रूप से मंडल कारा धनबाद का निरीक्षण कर जांच किया गया एवं संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया. राज्य स्तर से कारा निरीक्षणालय के द्वारा सहायक कारा महानिरीक्षक – 1, सहायक कारा महानिरीक्षक – 2 एवं विशेष कार्य पदाधिकारी, कारा निरीक्षालय की त्रिस्तरीय समिति बनाकर जांच के लिए निर्देशित किया गया है. जिला प्रशासन द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच एवं वार्डों और सेलों में सघन छापेमारी के लिए तीन टीम का गठन कर मंडल कारा में प्रतिनियुक्त किया गया है. धनबाद डीसी ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, धनबाद को उपरोक्त घटना की न्यायिक जांच करने के लिए न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया है.
हत्या-रंगदारी के अमन पर 50 मुकदमे थे दर्ज
धनबाद : धनबाद जेल में बंद यूपी के शूटर अमन सिंह के खिलाफ धनबाद समेत राज्य के विभिन्न जिलों में हत्या, फायरिंग और रंगदारी के मुकदमे दर्ज थे. करीब दर्जन भर मुकदमों में अमन बरी हो चुका था. कतरास थाने में सबसे अधिक नौ मुकदमे दर्ज थे. ओरमांझी में एक, तेतुलमारी में दो, चंद्रपुरा में दो, गोविंदपुर में पांच, बैंकमोड़ में पांच, सरायढेला में तीन, मधुबन में एक, केंदुआडीह में दो, पुटकी में एक, सुदामडीह में एक, बरवाअड्डा में पांच, बाघमारा में एक, दुमका में एक, भागाबांध में एक, इनके अलावा धनबाद से बाहर अन्य राज्यों में भी अमन कई मामलों में नामजद आरोपी रहा है. इनमें कटरा में एक, अयोध्या में एक, कोतवाली में एक, कोतवाली देहात में एक मुदकमे और अतुरलिया में दो मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से अधिकांश मामले रंगदारी से ही जुड़े हैं.