Ranchi : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगियों ने जेल में बंद झारखंड के अमन साहू गिरोह के साथ गठजोड़ किया है. ताकि बिजनेस मॉडल का विस्तार किया जा सके. इस बात का खुलासा लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू के खिलाफ कई मामलों की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने किया है. एनआईए ने पिछले साल कई बार लॉरेंस बिश्नोई को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी.
तिहाड़ जेल में अमन साहू के एक सहयोगी ने बिश्नोई के सहयोगियों से की थी मुलाकात
जांच में पता चला है कि अमन साहू और उसके गिरोह के सदस्य भाकपा माओवादी सहित विभिन्न संगठनों को हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई करता है. वह जेल से ही अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से काम कर रहा है, जो विभिन्न खनन क्षेत्रों में जबरन वसूली के लिए गोलीबारी और हत्या जैसी घटनाओं का अंजाम देते हैं. तिहाड़ जेल में अमन साहू के एक सहयोगी ने लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगियों से मुलाकात भी की थी.
रंगदारी मांगने वाले ने बिश्नोई और अमन साहू का लिया था नाम
पिछले दिनों साउथ दिल्ली के एक बिजनेसमैन को रंगदारी के लिए फोन आया था और उसने लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू का नाम लिया था. उस संबंध में मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जिसकी जांच अभी चल रही है. वहीं रोहतक में सट्टेबाज सचिन मुंजाल की हत्या मामले में दो लोगों की पहचान की गयी थी. इसमें शाहनवाज उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद और सुनील करोलिया जयपुर के सुल्तानिया गांव का रहने वाला था. दोनों को बिहार के मुजफ्फरपुर से तब गिरफ्तार किया गया था, जब वे नेपाल जाने के लिए सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे.