Garhwa: रंका वन प्रमंडल क्षेत्र के कंचनपुर पंचायत अंतर्गत लुकुमार गांव में बीती रात 15 हाथियों ने ढाई एकड़ के खेत में लगे धान की फसल को रौंदा डाला. इससे किसानों में आक्रोश है. यहां के किसान पांच बार से वन विभाग को हाथियों के आतंक को समाप्त करने के लिए कई बार आवेदन दे चुके हैं. इसके बावजूद वन विभाग ने इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की. वन विभाग द्वारा इन किसानों को उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. इसके कारण किसानों में काफी रोष व्याप्त है. किसान विश्वनाथ यादव, बैजनाथ यादव, लखन यादव, रामप्यारी कोरवा, पिंटू यादव, ऊना देवी, कृष्णा कोरवा, शनिचरी देवी, ललिता देवी, कुलदीप यादव, लालमूनी यादव, दयाशंकर यादव, नंदू यादव, शम्भू यादव व अभिमन्यु यादव सहित कई लोगों का खलिहान में धान रखा था, जिसे हाथियों ने चट कर दिया.
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हाथी के क्षेत्र में घर बना, जान-माल का करें बचाव : शशि कुमार
इधर गढ़वा जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी शशि कुमार ने कहा कि ग्रामीण हाथियों से अपना बचाव करें. सरकार के द्वारा उचित मुआवजा का प्रावधान किसानों के लिए किया गया है. किसानों को डीजल, टॉर्च देकर हाथियों से बचने के लिए उपाय वन विभाग के द्वारा किया जा रहा है. गढ़वा जिला के लिए वन विभाग को 30 लाख रुपए मुआवजा के रूप में भी स्वीकृत हुए हैं. जबकि एक करोड़ रुपए की डिमांड डीएफओ ने सरकार से की है. उन्होंने कहा कि जान माल की सुरक्षा ही सबसे बड़ी बचाव है. हाथियों के क्षेत्र में हमलोगों ने अपना घर बना लिया है. अब हाथी महाराज जाएं तो कहां. इसलिए हाथियों से बचना चाहिए.
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