Arun Kumar
Garhwa: दुर्घटना में घायल और गंभीर मरीजों के लिए 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. लेकिन इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. इमरजेंसी में भी एंबुलेंस लोगों तक समय पर नहीं पहुंच पा रही है. इसका ताजा उदाहरण सोमवार को बंशीधर अनुमंडल में देखने को मिला.
बंशीधर अनुमंडल में मारपीट में घायल महिला के लिए एंबुलेंस का इंतजार होता रहा, लेकिन समय पर नहीं पहुंचा. तब घायल महिला को ठेला पर लादकर अस्पताल पहुंचाया गया. तब उसकी जान बची. इस पर सिविल सर्जन डॉक्टर कमलेश कुमार ने जांच करने की बात कही. बताया जाता है कि अहिरपुरवा गांव में पति-पत्नी के बीच विवाद को सुलझाने के लिए मीटिंग चल रही थी.
इसे भी पढ़ें- चांडिल : नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में आईपीएल के समापन मैच में दिखा ईचागढ़ का छऊ डांस
इसमें दोनों पक्ष के लोग थे. इसी दौरान उनके बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई. इसमें दोनों पक्ष के पांच लोग घायल हो गए. इसमें वीरेंद्र राम की मां सोनपतिया देवी की हालत गंभीर हो गई. इसके बाद 108 एंबुलेंस को बुलाने के लिए कॉल किया गया, लेकिन कॉल सेंटर से एक घंटे बाद एंबुलेंस भेजने की बात कही गई. एक घंटा इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची. तब घायल महिला को ठेला पर लादकर अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया.
इसे भी पढ़ें- मोदी सरकार ने 8 साल में 12 फीसदी लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला : नड्डा