Garhwa : सड़क निर्माण कार्य में लगे दो हाइवा समेत चार वाहनों में आगजनी की गई है. यह घटना शनिवार की देर जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के घघरी में हुई है. जहां बिलासपुर से धुरकी तक सड़क निर्माण करा रही भीआरएस सोरठिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कैंप पर शनिवार की देर रात आधा दर्जन अज्ञात नकाबपोश अपराधियों ने जमकर तांडव मचाया.
इसे भी पढ़ें – जामताड़ा : फर्जी तरीके से बनाया जा रहा आधार कार्ड, वसूलें जा रहे 300 रुपये
सड़क निर्माण में लगे वाहनों में लगायी आग
अपराधियों ने कैंप के गार्ड एवं वाहन चालकों को पहले अपने कब्जे में लेकर उससे डीजल की मांग की. गार्ड एवं चालक ने जब डीजल नहीं होने की बात कही, तो अपराधियों ने एक डब्बे में जनरेटर के लिए रखे डीजल को वहां रखे वाहनों पर छिड़कर उनमें आग लगा दी. इस घटना में दो हाइवा,एक ग्रेडर तथा एक रोलर को पूरी तरह जल गए है. कुछ दिन पहले इस कंपनी के इंजीनियर का अपराधियों के द्वारा अपहरण कर लिया गया था.
इसे भी पढ़ें –सरकार के खिलाफ साजिश मामला : परिजनों ने कहा, रांची से नहीं बोकारो से हुई गिरफ्तारी, बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीर आयी सामने
अपराधियों ने की फायरिंग
अपराधियों ने कैंप में खड़ी दो जेसीबी का शीशा तोड़कर उसे भी क्षतिग्रस्त कर दिया है. काफी देर तक घटनास्थल पर उत्पात मचाने के बाद अपराधियों ने इस कार्रवाई के पीछे लेवी नहीं दिए जाने बात कहते हुए तीन राउंड फायरिंग की और पैदल ही जंगल की ओर चल गए. इस दौरान अपराधियों ने गार्ड एवं चालकों के साथ मारपीट भी की और गार्ड का मोबाइल भी लूट लिया. हालांकि इस घटना के पीछे किसी आपराधिक संगठन का हाथ है, या किसी नक्सली संगठन का इसकी अब तक सही जानकारी सामने नहीं आ पाई है.
इसे भी पढ़ें –यूएपीए और राजद्रोह की धारा को असंवैधानिक करार दिया SC के पूर्व जजों ने, कहा, दुरुपयोग रोकने के सख्त उपाय किये जायें
पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया
घटना की जानकारी मिलते ही रात करीब ढाई बजे धुरकी थाना पुलिस दलबल के साथ कैंप में पहुंची और मामले की जांच में जुटी हुई है. रविवार की सुबह से ही पुलिस इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दी है.
इसे भी पढ़ें –दैनिक भास्कर में आयकर विभाग की रेड, 700 करोड़ की टैक्स चोरी, फर्जी कंपनियां बना 2200 करोड़ के लेन-देन का आरोप
कंपनी के इंजीनियर का हुआ था अपहरण
इससे पहले इसी कंपनी के इंजीनियर नागेंद्र सिंह का बीते 25 जून को अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. हालांकि अपहरण के कुछ ही घंटे बाद नागेंद्र सिंह को पुलिस ने अंबाखोरेया जंगल से मुक्त करा लिया गया था.
इसे भी पढ़ें –रूपा तिर्की मौत मामला : जांच आयोग की टीम पुलिस अधिकारियों से करेगी पूछताछ