Arun Kumar Yadav
Garhwa : झारखंड-छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क राष्ट्रीय राज्य मार्ग (एनएच) 343 पर बनी चार पुलिया खतरनाक हो गई हैं. पुलिया में लगे छड़ नजर आने लगे हैं और गड्ढे बन गए हैं. इन चार पुलियाें पर होनेवाली दुर्घटनाओं में हर माह कम से कम दो लोगों की मौत हो रही है और दर्जनों लोग घायल हो रहे हैं. लेकिन किसी को इसकी परवाह नहीं.
पुल बने गड्ढे
- गढ़वा जिले के रंका अनुमंडल से दो किलोमीटर दूर लोहवा पुल.
- रंका से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित टेढ़की पुल.
- बूढापलास मोड़ के पास स्थित खरसोइया नदी पुल.
- भौरी गांव के पास चपचपिया पुल.
सड़क गायब
खरसोइया पुल से दो किलोमीटर आगे भौरी पुरानी मध्य विद्यालय है. इस जगह सड़क गायब हो गयी है. देखने से कोई सूखा तालाब जैसा दिखता है. अलकतरा दिखता नहीं. गिट्टी-मोरम मिट्टी जैसा बन गया है.
गढ़वा जिले के चुटिया पंचायत की मुखिया गीता देवी का बताती हैं कि उनकी पंचायत के दो लोगों की मौत चपचपिया पुल के गड्ढों के कारण हो चुकी है. पुल की बदतर स्थिति के कारण लगातार राहगीरों की जिंदगी खतरे में है. उन्होंने बताया कि विभाग को जानकारी देने के बाद भी पुलिया की मरम्मत नहीं की गयी है. पूर्व मुखिया मिथिलेश यादव बताते हैं कि लोगों के लिए यह पुल मौत बनकर खड़ी है. सरकार और प्रशासन मौन है.
जो दुर्घटना के शिकार हुए
- – रंका थाना के भौरी गांव निवासी विनोद राम (45) व दुलाल राम (45) पिकअप वाहन से दोनों व्यक्ति की मौत हो गई.
- – नरेश साव (52) की मौत बस दुर्घटना में हुई थी.
- – हाटदोहर गांव निवासी संतोष प्रजापति के पुत्र संदीप प्रजापति (7) की मौत टेंपो दुर्घटना में हो गई.
- – अमित गुप्ता (30) की मौत पिकअप दुर्घटना में हुई.
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