LagatarDesk : हिंडनबर्ग रिपोर्ट और अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट की खबरों के बीच गौतम अडानी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की है. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पोर्ट ऑफ हाइफा को अडानी समूह को सौंप दिया है. पोर्ट ऑफ हाइफा को डेवलप करने के लिए अडानी पोर्ट ने इजराइल के गैडोट ग्रुप के साथ गठजोड़ किया है. दोनों कंपनियों ने हाइफा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के 100 प्रतिशत शेयर खरीद लिए हैं. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और इजराइल के गैडोट ग्रुप के एक कंसोर्टियम ने पिछले साल जुलाई में 1.8 अरब डॉलर का हाइफा पोर्ट के प्राइवेटाइजेशन के लिए टेंडर हासिल किया था. इस ग्रुप ने इस साल 11 जनवरी को खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली थी. जिसके बाद बंदरगाह पर विकास का काम जोरों पर चल रहा है इस गठजोड़ में अडानी पोर्ट की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और गैडोट ग्रुप की 30 प्रतिशत है. (पढ़ें, Budget 2023 : मध्यम वर्ग वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर टकटकी लगाये देख रहा है…)
Privileged to meet with @IsraeliPM @netanyahu on this momentous day as the Port of Haifa is handed over to the Adani Group. The Abraham Accord will be a game changer for the Mediterranean sea logistics. Adani Gadot set to transform Haifa Port into a landmark for all to admire. pic.twitter.com/Cml2t8j1Iv
— Gautam Adani (@gautam_adani) January 31, 2023
अडानी और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने किया था ट्वीट
इस मुलाकात के बाद गौतम अडानी ने ट्वीट किया है. ट्वीट में लिखा कि बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि अब्राहम समझौता भूमध्य सागर के लॉजिस्टिक्स के लिए गेम चेंजर साबित होगा. साथ ही कहा कि अडानी गैडोट हाइफा पोर्ट को सएक लैंडमार्क में बदलने के लिए तैयार है. वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाइफा बंदरगाह के सौदे को लेकर कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संपर्क में सुधार होगा. हाइफा का बंदरगाह शिपिंग कंटेनरों के मामले में इजराइल में दूसरा सबसे बड़ा पोर्ट है. नेतन्याहू ने कहा कि यह डील बहुत बड़ा मील का पत्थर है. उन्होंने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध के दौरान बहादुर भारतीय सैनिकों ने हाइफा शहर को आजाद कराने में मदद की थी.
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