Chakulia: घाटशिला थाना क्षेत्र के तामुकपाल गांव में शव ले जाने के लिए रास्ता नहीं दिये जानेपर दो गुटों में मंगलवार को तनाव उत्पन हो गया. एक गुट ने दर्जनों ग्रामीणों के साथ सुबह 11 बजे से शव रखकर तामुकपाल-बनबेड़ा मुख्य सड़क जाम कर दी. इनका कहना है कि जब तक पुराने रास्ते से शव ले जाने नहीं दिया जाएगा, तब तक शव यहीं पड़ा रहेगा. सूचना पाकर बीडीओ कुमार एस अभिनव, थाना प्रभारी शंभू प्रसाद गुप्ता, पंचायत के मुखिया पोल्टू सरदार दोनो गुटों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन खबर भेजे जाने तक कोई मानने को तैयार नहीं है.
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नाथ समाज का आरोप पुराने रास्ते पर हो गया है कब्जा
जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह तामुकपाल निवासी शंभू नाथ (61 वर्ष) का आकस्मिक निधन हो गया था. उनके समाज के लोग शव को श्मशान ले जा रहे थे. तामकपाल में नाथ समाज का श्मशान चुनाराम मुंडा के घर के पीछे है. नाथ समाज के लोगों को कहना था कि जिस रास्ते से वे अपने समाज के शव को श्मशान ले जाते थे, वह रास्ता फोरेस्ट विभाग का है. लेकिन कुछ वर्ष पहले चुनाराम मुंडा ने उस रास्ते की जमीन को वनपट्टा पर लेने की बात कह उस स्थान पर घर बना लिया और घर के बगल से जाने वाले रास्ते को बांस से घेरा देकर बंद कर दिया. पिछले आठ माह से वह रास्ता बंद है. उस रास्ता से शव को ले जाने से चुनाराम मुंडा के परिजन अपने समर्थकों के साथ रोक रहे हैं.
दूसरा पक्ष दे रहा ग्राम प्रधान के आदेश का हवाला
वहीं चुनाराम मुंडा गुट के लोगों का कहना है कि यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आता है. इसलिए ग्राम प्रधान को जो आदेश है, उसी का पालन हमलोग कर रहे हैं. ग्राम प्रधान ने कहा कि इस रास्ते से शव किसी को ले जाने नहीं दिया जाएगा. इस रास्ते से किसी भी हाल में शव को ले जाने नहीं देंगे. हम लोग नाथ समाज को शव ले जाने के लिए विवादित स्थल से कुछ दूर से रास्ता दे रहे हैं, शव ले जाना है तो उसी रास्ते से ले जाएं. दोनों गुट के बढ़ते विवाद को देखते हुए बीडीओ और थाना प्रभारी मौके पर पहुंच कर दोनों गुटों को यह समझाने का प्रयास कर रहे थे कि तत्काल शव को किसी दूसरे रास्ते से श्मसान ले जाया जाय. इसके बाद दूसरे दिन इस मसले पर बैठक बुलाकर दोनों पक्ष की राय लेकर कोई न कोई रास्ता निकाला जाएगा. लेकिन दोनों गुट समाचार लिखे जाने तक समझने को तैयार नहीं है. स्थिति जस की तब बनी हुई है.
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