Ghatshila ((Rajesh Chowbey) : पांच सुत्री मांग को लेकर जिले भर से लगभग 24 सौ जलसहिया रांची राजभवन में चल रहे अनिश्चित कालीन धरना प्रर्दशन में शामिल होने 24 नवंबर को रांची रवाना होंगी. इस आंदोलन को सफल बनाने की रणनिती तय करने को लेकर सोमवार को प्रखंड परिसर में जल सहियाओं ने जिला अध्यक्ष सह प्रखंड अध्यक्ष नीतू सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. बैठक में कहा गया कि रघुवर सरकार के कार्यकाल में जलसहिया को एक हजार मानदेय तय किया गया था. लेकिन हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में पिछले 47 माह से मानदेय बकाया है. अभी तक सिर्फ तीन माह का ही बकाया प्रति जलसहिया तीन हजार मिला है.
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मांग पुरी नहीं होने तक आंदोलन वापस नहीं लेंगी
नीतू सिंह ने कहा कि जलसहिया तब तक आंदोलन वापस नही लेंगी जबतक सरकार जलसहिया की पांच सुत्री मांग को मान नहीं लेती. उन्होनें कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने जलसहिया के वेतनमान को लेकर बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिन उन्हीं के मंत्री मिथलेश ठाकुर ने जलसहिया का मानदेय बढ़ाने के बजाय उसे बंद कर काम के आधार पर प्रोत्साहन राशि देने की बात कह रहे है. उन्होनें कहा कि एक जलसहिया जिसे 47 माह से मानदेय नही मिला हो, वह 15 हजार का मोबाइल कहां से खरीदेगी और उसमें डाटा कहां से भरवायेंगी. उन्होनें कहा कि जबतक हमारी मांगो को नहीं माना जाता है तबतक आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर पुष्पा गोराई, अनिता सीट, अनिमा मुर्मू, पुष्पा मार्डी, सोनाली महतो, शिला मार्डी, हेमावती महतो, माया रानी भकत, सावित्री सोरेन, सरस्वती टुडू, मिता मिश्रा, गुलाबी सोरेन, शुकूरमनी सोरेन, मंजु हेम्ब्रम, तिलोतमा भकत, सुजाता पात्रा, कल्पना मार्डी समेत दर्जनो जलसहिया मौजूद थी.
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