Ghatshila (Rajesh Chowbey) : कोकपाड़ा टोल प्लाजा मेसर्स पाथ इंडिया लिमिटेड कंपनी ने टोल प्लाजा में काम कर रहे लगभग 60 कामगारों को वार्षिक बोनस नहीं दिया है. सभी कामगारों ने जब कंपनी से इस बारे में बात की तो उन्हें चेतावनी दी गई और काम से निकालने की बात भी कही गई. लगातार कई महीने तक कोई सुनवाई नहीं होने पर सभी कामगारों ने श्रम विभाग में इसकी शिकायत की थी. श्रम विभाग से शुक्रवार को दोनों पक्षों को वार्ता के लिए बुलाया गया था. कामगारों के आग्रह पर पूर्व विधायक सह झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी भी उप श्रमायुक्त कार्यालय पहुंचे और कुणाल षाड़ंगी ने इस विषय की गंभीरता और 60 परिवारों के लिए बोनस की राशि के महत्व को समझते हुए जिले के उप श्रमायुक्त (डीएलसी) राजेश प्रसाद के साथ बैठक की.
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बैठक के बाद उप श्रमायुक्त ने बैठक में उपस्थित कंपनी के पदाधिकारियों को लिखित में आदेश जारी किया कि 30 नवंबर तक सभी कामगारों को बोनस का भुगतान सुनिश्चित करें और तीन दिसंबर तक भुगतान की स्थिति पर उन्हें सूचित करें, अन्यथा कंपनी के नाम पर केस दर्ज किया जाएगा. कामगारों ने बताया कि टोल को चलाने वाली पिछली कंपनी बोनस देती थी. पीएफ का अकाउंट भी निष्क्रिय है, जबकि प्रति महीने पीएफ का पैसा उनके अकाउंट से कट जाता है. उप श्रमायुक्त ने कंपनी के प्रतिनिधि टोल प्लाजा कोकपाड़ा के प्रबंधक गणेश कुमार को कहा कि कंपनी प्रावधानों के अंतर्गत कामगारों का इएसआई और पीएफ का मिलना सुनिश्चित करें. बैठक में राजा सांडा, सुमन नामता, प्रसन्नजीत मुर्मू, शेखर मुर्मू, शंकर सोरेन समेत अनेक युवा उपस्थित थे.